संजय खत्री साल 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं। संजय वर्तमान मे, रायबरेली के डीएम संजय कुमार खत्री कुछ दिनों पहले तक गाजीपुर के जिलाधिकारी थे।उसी तैनाती के दौरान गाजीपुर की ही रहने वाली युवती विजय लक्ष्मी कोई फरियाद लेकर उनसे मिलने पहुंची। जब दोनों मिले तो दोनों पूर्व परिचित निकले।
आईएएस बनने से पहले संजय दिल्ली में रहकर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करते थे और कोचिंग क्लास करते थे। विजय लक्ष्मी भी वहीं आईएएस की तैयारी कर रहीं थीं। वहीं दोनों की मुलाकात हुयी। इस बीच, संजय खत्री का तो आईएएस में सेलेक्शन हो गया और वह ट्रेनिंग पर चले गए। लेकिन विजय लक्ष्मी का सेलेक्शन नहीं हुआ और वह अपने पैतृक शहर गाजीपुर वापस लौट आईं।
ये कहा जाता है कि जोड़े ऊपर वाला तय करता है।विजय लक्ष्मी किसी शिकायत को लेकर जब गाजीपुर के डीएम से मिलने पहुंचीं तो यह देखकर चौंक गयीं कि डीएम की कुर्सी पर तो उनके पूर्व साथी संजय कुमार खत्री बैठें हैं। इसके बाद कुछ दिनों तक दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा। बाद में दोनों ने एक होने का फैसला कर लिया।
इस बीच संजय का तबादला रायबरेली डीएम के तौर पर हो गया। अब 19 नवंबर को दोनों ने गाजियाबाद में एक सादे समारोह में शादी कर ली। यह शादी बहुत ही साधारण तरीके से हुई। इसमे दूल्हा-दुल्हन के अलावा चंद बाराती ही मौजूद थे।संजय खत्री मूल रूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं, जबकि विजयलक्ष्मी यूपी के गाजीपुर जिले के चीतनाथ जेरे किला मोहल्ले की रहने वाली है।विजयलक्ष्मी के पिता रामजी वर्मा का निधन हो चुका है। इनके 3 भाई और 2 बहनें हैं।
संजय खत्री इससे पहले तब चर्चा मे आये थे जब उनका गाजीपुर के जिलाधिकारी रहते यूपी की योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर से विवाद हो गया था। डीएम और मंत्री के बीच विवाद बढ़ने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मामले में दखल देना पड़ा था। उसके कुछ दिनों बाद ही संजय का तबादला रायबरेली कर दिया गया था।