नयी दिल्ली , भारतीय स्टेट बैंक ;एसबीआईद्ध द्वारा पाँच अनुषंगी बैंकों के अधिग्रहण को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बारे में ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन का कहना है कि इससे किसी का फायदा नहीं होगा तथा वह इस फैसले का विरोध करेगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी। सरकार का कहना है कि इससे बैंकों के कुल परिचालन लागत में पहले साल में एक हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही जोखिम प्रबंध बेहतर बनेगा तथा एसबीआई पहले से ज्यादा मजबूत होगा।
एसोसिएशन के महासचिव सीण्एचण् वेंकटचलम् ने यूनीवार्ता को फोन पर बताया कि संघ इस फैसले के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विरोध के स्वरूप के बारे में एक.दो दिन में कोई फैसला किया जायेगा।
उन्होंने कहा इस समय देश की जरूरत बड़ा बैंक नहींए बल्कि मजबूत बैंक है। पाँच अनुषंगी बैंक स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुरए स्टेट बैंक ऑफ हैदराबादए स्टेट बैंक आॅफ मैसूरए स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर अपने.अपने राज्यों की जरूरतों के हिसाब से अच्छा काम कर रहे हैं। इनके विलय से एसबीआई के साथ इन पाँचों बैंको का भी नुकसान होगा।
श्री वेंकटचलम् ने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों की नकल करने से हमारे देश की जरूरतें पूरी नहीं होंगी। ऐसे समय में जब बैंकों की जोखिम में फँसी परिसंपत्ति पहले ही बहुत ज्यादा हैए सरकार को विलय की बजाय उसके समाधान पर ध्यान देना चाहिये।