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कंबोडिया के खिलाफ खुद को परखने के लिये उतरेगी भारतीय फुटबॉल टीम

football-teamनामपेन्ह (कंबोडिया),  एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर्स की तैयारियों में लगी भारतीय फुटबॉल टीम को कंबोडिया के खिलाफ कल यहां होने वाले अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच के दौरान मैच परिस्थितियों में अपने मजबूत और कमजोर पक्षों का आकलन करने का मौका मिलेगा। भारत का यह सितंबर 2016 में प्यूर्टोरिको के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेले गये मैच में 4-1 से जीत के बाद पहला मैत्री मैच है। दोनों टीमें इस मैच को काफी गंभीरता से ले रही हैं क्योंकि यह 2019 में होने वाले एएफसी एशिया कप के क्वालीफाईंग अभियान से पहले उनका आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच होगा।

एशियाई कप क्वालीफायर में भारत अपने अभियान की शुरूआत यांगून में म्यांमा के खिलाफ करेगा। रिकार्ड के लिये बता दें कि भारत ने आखिरी बार विदेशी सरजमीं पर किसी अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में जीत 2006 में दर्ज की थी। तब वर्तमान टीम मैनेजर षणमुगम वेंकटेश की अगुवाई वाली टीम ने पाकिस्तान को एकमात्र गोल से हराया था। कोच स्टीफन कान्सटेनटाइन के पास यह जेरी लार्लिजुआला, मिलन सिंह, निशु कुमार और डेनियल लाललिमपुइया जैसे युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोडने के लिये मंच प्रदान करने का मौका होगा।

अर्णब मंडल और संदेश झिंगान चोट और खराब फार्म से जूझते रहे हैं और ऐसे में अनस एडथोडिका को अंतरराष्ट्रीय मैच में पदार्पण करने का मौका मिल सकता है। स्ट्राइकर रोबिन सिंह की चोट से उबरने के बाद वापसी करने से भारत को मजबूती मिली है। कान्सटेनटाइन की 4-2-3-1 के प्रारूप में खेलने की रणनीति में लंबे कद के इस स्ट्राइकर का करिश्माई सुनील छेत्री के साथ अग्रिम पंक्ति में खेलना तय है। भारत आखिरी बार नई दिल्ली में 2007 नेहरू कप में कंबोडिया से भिड़ा था और उसने तब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपनी सबसे बड़ी जीत में से एक दर्ज की थी। भारत ने वह मैच 6-0 से जीता था।

कान्सटेनटाइन हालांकि नेशनल स्टेडियम की कृत्रिम टर्फ से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, हमें कृत्रिम घास वाले मैदान पर खेलेंगे। हम घास पर खेलना पसंद करते। लेकिन हमें तालमेल बिठाना होगा। म्यांमा के खिलाफ एएफसी कप क्वालीफायर्स के महत्वपूर्ण मैच से पहले यह हमारे लिये अहम मैच है। इस मैच की व्यवस्था करने के लिये एआईएफएफ का आभार। कोच ने कहा, चार या पांच खिलाड़ियों को हल्की चोटें हैं और इसलिए मैंने अभी अंतिम एकादश का फैसला नहीं किया है। नामपेन्ह का मौसम भी यांगून जैसा ही है और यह हमारे लिये अच्छी परीक्षा होगी। गालकीपर गुरप्रीत सिंह संधू कल टीम की अगुवाई करेंगे। यह राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में उनका लगातार दूसरा मैच होगा।

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