योगी सरकार में पहली बार होने जा रही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अपनी सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है. इस बार हाई स्कूल और इण्टरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में 66 लाख से अधिक परीक्षार्थी 8549 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा देंगे.
यूपी बोर्ड की परीक्षा नकलविहीन, पारदर्शी और निष्पक्ष रुप से कराये जाने को लेकर बोर्ड के अधिकारी तमाम दावे दे रहे हैं. हाईस्कूल की परीक्षा जहां 6 फरवरी से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलेंगीं. वहीं इण्टर की परीक्षायें 6 फरवरी से 12 मार्च तक चलेंगीं.
वैसे तो योगी सरकार में होने जा रही पहली बोर्ड परीक्षा की तैयारियां जहां काफी पहले शुरू कर दी गईं थी. वहीं इस बार अक्टूबर के महीने में ही करीब तीन माह पहले बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया था. इसके साथ ही ऑनलाइन परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण किए जाने और परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी सरकार ने पहल की है. लेकिन परीक्षा के पहले नकल माफियों ने जिस तरह से शाहजहांपुर, हरदोई और जौनपुर जिलों में बोर्ड के अधिकारियों और सरकार की तैयारियों में सेंध लगायी है. उससे यूपी बोर्ड की परीक्षायें नकलविहीन कराना यूपी बोर्ड और सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी.