जाने माने कवि गोपालदास नीरज ने कहा है कि साहित्यकारों को चाहिये कि वे पुरस्कार वापस किये जाने के स्थान पर कविता और लेखनी के माध्यम से विरोध व्यक्त करें। जाने माने कवि गोपालदास नीरज ने देश में फैल रही असहिश्णुता और दादरी जैसी घटनाओं के विरोध में कुछ साहित्यकारों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार वापस किये जाने को अनुचित क़रार दिया है। वह आज आगरा में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होने बताया कि आपातकाल के दौरान उन्होंने भी सत्ता का विरोध किया था, लेकिन विरोध का माध्यम उनकी कवितायंे और गीत बने थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान मिले पुरस्कारों को अब कांग्रेस पार्टी ही लौटाने का काम करवा रही है। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों को कविता और लेखनी के माध्यम से विरोध व्यक्त करना चाहिए।