नई दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ी परवेज रसूल का कहना है कि अगर जम्मू-कश्मीर के हालात नहीं सुधरते हैं तो वह किसी और टीम से खेलने के बारे में सोच सकते हैं। रसूल ने इसी साल जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज में टी-20 क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, जब मैं भारतीय टीम के लिए चुना गया था तब मुझे लगा था कि शायद बदलाव आएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो सका। इसके विपरीत हालात और बदतर हो गए।
बता दें कि रसूल ने 2014 में ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने कहा, अब अगर हालात दो-तीन महीनों में नहीं बदलते हैं तो मैं किसी और टीम से खेल सकता हूं। मुझे उम्मीद है बीसीसीआई का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति इस मामले पर गौर करेगी। रसूल की कप्तानी वाली जम्मू एवं कश्मीर की टीम सोमवार को विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड की टीम से हार गई। झारखंड की कप्तानी भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी कर रहे थे।
रसूल ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टी-20 में धोनी के साथ सातवें विकेट के लिए 27 रनों की साझेदारी की थी। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, इस साझेदारी के दौरान धौनी ने क्रिस जॉर्डन पर छक्का मारा था। मैंने उनसे पूछा था कि उन्होंने कैसे इस शॉट को मारने की तैयारी कर ली थी। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपको गेंदबाज के मजबूत पक्ष को देखना पड़ता है और फिर उसके हिसाब से खेलना पड़ता है। दरअसल इन दिनों धोनी झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे हैं, हाल ही में उनकी झारखंड टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी मुकाबले में जम्मू-कश्मीर की टीम को हराया है।
हार के बावजूद धोनी को देखने के लिए खिलाड़ी बेकरार रहे। मैच खत्म होने के बाद कश्मीरी टीम के कैप्टन परवेज रसूल, धोनी के पास आए और उन्होंने उनसे कहा कि उनकी टीम के कुछ खिलाड़ी उनसे मिलना चाहते हैं, अगर हो सके तो आप उन्हें 5 मिनट दे दीजिए, जिसे सुनने के बाद धोनी ने कहा चलिए, मैं आता हूं। उसके बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में पहुंचे और दिल खोलकर खिलाडियों से मिले और उन्हें क्रिकेट के टिप्स दिए। धोनी ने पूरे 15 मिनट टीम के साथ बिताए और फोटो खिंचाई। माही ने उस सभी खिलाड़ियों की बातें ध्यान से सुनीं और क्रिकेट के टिप्स दिए।