कानपुर, कानपुर देहात के रेल हादसे में घायलों को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकालते हुए आनन-फानन में प्रथामिक उपचार के लिए हैलट अस्पताल पहुंचाए गए मरीजों का प्रशासनिक अधिकारियों ने हालचाल जाना। इस क्रम में डीएम और एसएसपी भी मरीजों से मिलने अस्पताल पहुंचे और बेहतर इलाज करने के निर्देश मेडिकल प्राचार्य को दिया। बताते चलें कि पटना इंदौर एक्सप्रेस रेल हादसे के 38 दिन बाद ही एक बार फिर रेल हादसा हुआ। इस बार सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हुई। रेल हादसे में घायलों को रेस्कयू टीम ने बाहर निकाला और एम्बुलेंस के जरिए इलाज के लिए हैलट अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में झारखंड के उपेन्द्र कुमार यादव, पश्चिम बंगाल के मोहसिन सेख, अजीत यादव चन्दौली. यूपी, इलाहाबाद से राजकृष्ण ओझा, सुमन अवस्थी कानपुर बर्रा, वसी अहमद कानपुर के चमनगंज निवासी हैं। वहीं, संध्या मंडल, श्रेया (04), संध्या मंडल, सीमा डे, मौसमी, गुरुचरण, शिवदेवी मंडल, वीन डे, ये सभी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। जबकि इलाहाबाद की राजकुमारी समेत अन्य गंभीर घायलों का इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है। मरीजों को हालचाल देखने के लिए डीएम कौशराज शर्मा, एसएसपी आकाश कुलहरि अस्पताल पहुंचे। उनके साथ मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. नवनीत सहगल, डॉ. आर.सी. गुप्ता, कानपुर देहात सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव, एसीएम चतुर्थ, पंचम, षष्ठम सहित रेडक्रॉस व सिविल वार्डन के सदस्य व अधिकारी मौजूद रहे। डीएम ने मरीजों का हालचाल लेने के बाद इलाज के लिए डाक्टरों से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि मरीजों को इलाज किया जा रहा है।