गढ़वाली,कुमाऊनी को 8वीं सूची में शामिल करने की संसद में मांग

नयी दिल्ली, लोकसभा में आज गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी को संविधान की 8वीं सूची शामिल करने की मांग की गई।

लोकसभा में शून्य काल में भारतीय जनता पार्टी के तीरथ सिंह रावत ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि इन भाषाओं को बोलने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है और इस सभी भाषाओं में अच्छा साहित्य भी लिखा गया है।

उन्होंने कहा कि पहाड़ की सुंदरता, वहां की संस्कृति और जीवन शैली को इन भाषाओं के साहित्य में खूब उकेरा गया है। उनका कहना था कि जिस तरह पहाड़ सुंदर हैं उसी तरह से वहां की ये सभी भाषाएं भी बहुत सुंदर हैं और इन्हें संविधान की आठवीं सूची में शामिल किया जाना चाहिए।

श्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड के कई संगठन लगातार इन भाषाओं को संविधान की सूची में शामिल करने की लंबे समय से मांग कर रहे है और कई बार यह मांग संसद में भी उठाई गई है लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया है।

Related Articles

Back to top button