झारग्राम, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि गुजरात में डांडियां करने पर
दलितों की पिटाई की गयी। बंगाल में दलितों के खिलाफ हिंसा की ऐसी घटनाएं कहीं सुनने को नहीं मिलती।
सुश्री बनर्जी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि हम बंगाल में अल्पसंख्यकों, दलितों और दबे-कुचले वर्गों की रक्षा करते हैं। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और सभी समरसता और सद्भाव से रहते हैं।
सुश्री बनर्जी ने पिछले छह वर्षों के दौरान बंगाल सरकार के आदिवासियों कल्याण के लिए उठाये गये विभिन्न कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि हम आदिवासी भाई-बहनों को पट्टा देते हैं, पेंशन देते हैंं। हमने कंदु की पत्तियां चुनने वालों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना शुरू की है। जो भारत में अद्वितीय है।
उन्होंने विभाजनकारी राजनीति करने वाले और लोगों के बीच दरार डालने वाले राजनीतिक दलों को भी चेतावनी दी। मुख्यमंत्री ने कहाकि वे हिन्दुओं और मुसलमानों, सिख और ईसाइयों के बीच दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं। दलितों को सताया जा रहा है। झारखंड में जबरदस्ती आदिवासियों से जमीन छीनी जा रही है। हमने एेसी घटनाओं का विरोध किया है।
उन्होंने कहाकि हम अन्य त्योहारों की ही तरह, समान भाव से उत्सव और ष्कर्म पूजा करते हैं। अब आप संथाली भाषा में भी पश्चिम बंगाल सिविल सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं।
उन्होंने कहाकि ओलचिकि लिपि में पाठ्य पुस्तकें दसवीं कक्षा तक उपलब्ध हैं। अब हमने स्नातक तक ओलचिकि को शिक्षण का माध्यम बनाने की अनुमति दे दी है। भविष्य में ओलचिकि माध्यम से शिक्षा प्रदान करने वाला विश्वविद्यालय खोला जाएगा।