नयी दिल्ली , कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी के दौरान भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के निदेशक रहते अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में पांच दिन में जमा करायी गयी भारी राशि के बारे में वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने नाबार्ड को वक्तव्य जारी करने के लिए मजबूर किया है।
कांग्रेस ने शुक्रवार को आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के आधार पर कहा था कि नोटबंदी के दौरान इस बैंक में पांच दिनों में 745 करोड 58 लाख रुपये जमा कराये गये थे जो देश भर में सहकारी बैंकों में जमा हुई राशि की तुलना में सर्वाधिक थी। इसके बाद नाबार्ड ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि यह राशि खाताधारकों का सत्यापन करने के बाद जमा की गयी थी और इसमें सभी नियमों का पालन किया गया था।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेडा ने शनिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि श्री गोयल ने शाह को बचाने के लिए नाबार्ड पर यह बयान देने का दबाव बनाया। इसके अलावा नाबार्ड के वक्तव्य में कांग्रेस द्वारा लगाये गये आरोपों का समाधान भी नहीं किया गया है और यह भाजपा के वक्तव्य की तरह है। उन्होंने मांग की कि पैसे जमा होने के मामले की गहरायी से जांच की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में भी दो हजार करोड़ रूपये का बड़ा घोटाला भाजपा के संरक्षण में हुआ है। इस घोटाले में पुणे के दो भाजपा नेताओं की कंपनी का नाम सामने आ रहा है ए जिन्हें 2014 में पार्टी में शामिल किया गया था।