नई दिल्ली, अगले महीने से शुरू होने वाले इंडियन ओपन में बीत वर्षो में इस टूर्नामेंट को जीतने वाले कई खिलाड़ी शिरकत करेंगे। इंडियन ओपन में यूरोप और एशिया के कई युवा खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे। ऐसे में इस टूर्नामेंट में अनुभव और युवा जोश का अच्छा मिश्रण देखने को मिलेगा। यह टूर्नामेंट 9-12 मार्च के बीच गुड़गांव के डीएलएफ गोल्फ एंड कंट्री क्लब के गैरी प्लयेर्स गोल्फ कोर्स में खेला जाएगा।
बीते पांच बार के विजेता इस टूर्नामेंट को एक बार फिर अपने नाम करने की कोशिश करेंगे। भारत के एस.एस.पी चौरसिया ने 2016 में यह टूर्नामेंट जीता था जबकि वह 2015 में दूसरे स्थान पर रहे थे। 2015 में इस टूर्नामेंट को जीतने वाले अनिर्बान लाहिड़ी को 2016 में दूसरा स्थान मिला था। यह दोनों खिलाड़ी 2013 में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे थे। इस साल सिद्दिकुर रहमान ने यह खिताब जीता था। चौरसिया और लाहिड़ी के अलावा इस टूर्नामेंट को सबसे ज्यादा बार जीतने वाले भारत के ज्योति रंधावा चौथी बार इंडियन ओपन का खिताब जीतना चाहेंगे।
रंधावा ने 2000, 2006, 2007 में इंडियन ओपन पर कब्जा जमाया है। अर्जुन अटवाल भी 1999 में इंडियन ओपन जीत चुके हैं लेकिन उसक बाद से वह यह घरेलू टूर्नामेंट की ट्रॉफी को अपने पास वापस नहीं ला सके हैं। इन जाने-माने नामों के अलावा भारत के कुछ युवा खिलाड़ी भी अपने से अनुभवी खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती देने के तैयार हैं। इनमें सबसे बड़े नाम है शुभांकर शर्मा और खलिन जोशी और एस.चिक्कारंगप्पा के। इन तीनों युवा खिलाड़ियों ने बीते कुछ वर्षो में शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी तरफ खिंचा है।