नयी दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि विकास कई आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सबसे अच्छा समाधान है तथा ग्लोबल साउथ की प्राथमिकता जन-केंद्रित विकास मार्ग को अपनाना होनी चाहिए।
निर्मला सीतारमण ने तीसरे वाॅयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में वैश्विक वित्त के लिए जन-केंद्रित दृष्टिकोण पर वित्त मंत्रियों के सत्र की अध्यक्षता करते हुये यह बात कही। उन्होंने जन केन्द्रित विकास के मुद्दों से निपटने में वैश्विक दक्षिण के बीच सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया।
निर्मला सीतारमण ने ग्लोबल फाइनेंस के लिए जन-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए विचार आमंत्रित किए और सामूहिक प्रभाव को अधिकतम करने के लिए निरंतर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने ग्लोबल साउथ द्वारा सामना किए जाने वाले वित्तपोषण मुद्दों को संबोधित करने के लिए भारत की अध्यक्षता में जी 20 के दौरान जी 20 में की गई प्रमुख पहलों पर भी प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत द्वारा आयोजित इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में श्रीमती सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित सत्र में अल्जीरिया, आर्मेनिया, बारबाडोस, बुरुंडी, इस्वातिनी, इथियोपिया, लेबनान, मेडागास्कर, तंजानिया, लाइबेरिया, युगांडा और मोल्दोवा के मंत्रियों और प्रमुख लोगों ने अपने विचार साझा किए। सत्र में इन साझा चुनौतियों से निपटने के प्रयास में एसडीजी , बहु स्तरीय बैंकिंग सुधारों, ऋण कमजोरियों को संबोधित करने, जलवायु वित्त, वित्तीय समावेशन और दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए वित्तपोषण जैसे मुद्दों को शामिल किया गया।