छठे चरण में यूपी की 14 सीटों पर मतदान खत्म, 54 फीसदी के पार मतदान

लखनऊ, गर्मी के तल्ख तेवरों के बीच शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण में उत्तर प्रदेश में 15 जिलों की 14 लोकसभा सीटों में औसतन 54.02 प्रतिशत मतदान हुआ।

चुनाव के इस चरण में भाजपा सांसद मेनका गांधी,दिनेश लाल निरहुआ और सपा के धर्मेंद्र यादव के अलावा कृपा शंकर सिंह,उज्जवल रमण सिंह,लालजी वर्मा समेत 162 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणदीप रिणवा ने शनिवार को बताया कि मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदान वाले जिलों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शाम छह बजे तक सुल्तानपुर में 55.50, प्रतापगढ़ में 51.60,फूलपुर में 48.94, इलाहाबाद में 51.75,अम्बेडकरनगर में 61.54, श्रावस्ती में 52.76,डुमरियागंज में 51.94,बस्ती में 56.67,सन्तकबीरनगर में 52.63, लालगंज(सु) में 54.14, आजमगढ़ में 56.07,जौनपुर में 55.52,मछलीशहर(सु) में 54.43 और भदोही में 53.07 प्रतिशत मतदान हुआ।

उन्होने बताया कि इसके अलावा विधानसभा उप निर्वाचन क्षेत्र गैंसड़ी में 51.10 प्रतिशत मतदान हुआ। फर्रूखाबाद लोकसभा क्षेत्र में एटा जिले के एक पोलिंग बूथ प्राथमिक विद्यालय खिरिया पमारान पर पुर्नमतदान 73.99 प्रतिशत हुआ।

सुबह सात बजे शुरु हुये मतदान के पहले चार घंटों में लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जिसके चलते सुबह 11 बजे तक औसत मतदान प्रतिशत 27 फीसदी से ज्यादा रहा मगर तेज धूप और गर्मी ने मतदान की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिये और लू के थपेड़ों के बीच कई मतदान केंद्रों में सन्नाटा पसर गया। नतीजन अगले चार घंटों में करीब 17 फीसदी लोग ही घर से बाहर निकलने का साहस दिखा सके। शाम के समय मतदान में हल्की तेजी नजर आयी मगर यह मतदान के प्रतिशत को बढ़ाने में असफल रही। अधिकांश मतदान केंद्रों पर पेयजल और छांव के भरपूर इंतजाम किये गये थे। युवाओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा गया।

श्री रिणवा ने बताया कि छठे चरण में सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, अम्बेडकरनगर, अयोध्या, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, सन्तकबीरनगर, गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी, भदोही जिलों में वोट डाले गये। मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखे जाने के लिये 14 हजार 480 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 14 सामान्य प्रेक्षक, 08 पुलिस प्रेक्षक तथा 18 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे। इसके अलावा 2,192 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 282 जोनल मजिस्ट्रेट, 24 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,833 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये।

चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने हेतु पर्याप्त संख्या में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई।

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इन 14 सीटों में से भाजपा ने दस पर कब्जा किया था जिनमें सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, बस्ती, इलाहाबाद, डुमरियागंज, संत कबीर नगर, आज़मगढ़, भदोही और मछलीशहर शामिल हैं। सुल्तानपुर में भाजपा की मौजूदा सांसद मेनका गांधी का मुकाबला सपा के भीम निषाद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उदय राज वर्मा से है वहीं प्रतापगढ़ में मौजूदा भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता का मुकाबला सपा के शिव पाल सिंह पटेल से है।

इलाहाबाद की प्रतिष्ठित सीट पर वरिष्ठ भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी और वरिष्ठ सपा नेता रेवती रमण सिंह के बेटे उज्जवल रेवती रमण सिंह के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है।

मौजूदा चुनाव से पहले उज्जवल ने सपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गये थे। अंबेडकर नगर में भाजपा के मौजूदा सांसद रितेश पांडे का मुकाबला सपा के लालजी वर्मा से है। पांडे ने 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के रूप में सीट जीती थी।

डुमरियागंज में भाजपा सांसद जगदंबिका पाल का सपा के भीष्म शंकर तिवारी और बसपा के ख्वाजा शमसुद्दीन से कड़ा मुकाबला है। गौरतलब है कि भीष्म शंकर उर्फ ​​कौशल तिवारी पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता हरि शंकर तिवारी के बेटे हैं।

जौनपुर में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह को सपा के बाबू सिंह कुशवाहा और बसपा के श्याम सिंह यादव से चुनौती मिल रही है। बाबू सिंह कुशवाहा पर राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में भ्रष्टाचार के आरोप हैं और उनकी उम्मीदवारी का स्थानीय सपा नेता विरोध कर रहे हैं।

भदोही में भाजपा के मौजूदा सांसद विनोद कुमार बिंद का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के ललितेश पति त्रिपाठी से है। त्रिपाठी यूपी के पूर्व सीएम कमला पति त्रिपाठी के पोते हैं।