लखनऊ, लखीमपुर खीरी मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे गये पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये उत्तर प्रदेश के कबीना मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी किसानो की हत्या और राजस्थान में किसानों की दुर्दशा के बारे में कांग्रेसी नेता को कुछ बयान देना चाहिये।
सिद्धार्थ नाथ ने शनिवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में बस्तर रेंज में आदिवासी किसानों की हत्या पर प्रियंका का कोई बयान नहीं आया। क्या वह बतायेंगी कि उनकी पार्टी के कौन कौन से नेता वहाँ गये थे। वह यह भी बताएँ कि राजस्थान में किसानों पर लाठी चार्ज हुआ। कांग्रेस शासित प्रदेशों में किसानों पर अत्याचार पर प्रियंका दो शब्द बोल दें तो अच्छा रहेगा।
उन्होने कहा कि कारपोरेट कांग्रेस कबसे किसानों की चिंता करने लगी। उन्होंने टिप्पणी की कि “ आपके लिए तो आपके पति रॉबर्ट वाड्रा ही सबसे बड़े किसान हैं। जो कौड़ियों में किसानों की जमीन खरीदकर, रातोंरात मुंहमांगे दाम पर बेच देते हैं।”
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने पूछा कि देश और प्रदेश में लंबे शासनकाल के दौरान कांग्रेस ने किसानों के लिए क्या किया। कांग्रेस के लिए तो जय जवान, जय किसान का नारा भी सिर्फ नारा था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों के लिए बने कानून की वापसी किसानों की भावनाओं का सम्मान है। यह कोई बड़े दिलवाला ही कर सकता। आप जैसी संकीर्ण और सीमित सोच वाले इसमें मीन मेख ही निकालेंगे।
उन्होंने प्रियंका को सुझाव दिया कि वह छत्तीसगढ़, राजस्थान और पंजाब के किसानों की चिंता करें तो बेहतर होगा। रही लखीमपुर की घटना की बात, तो इस मामले में सरकार वह सब कुछ कर रही है जो उसे करना चाहिए। किसान इस पर सार्वजनिक रूप से संतोष भी जता चुके हैं।