लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से देश में पांच सौ तथा हजार के नोट बंद होने पर हो रही परेशानी पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर मोदी पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जो सरकार जनता को दुःख देती है जनता उसको हटा देती है। अब रुपया न मिलने के कारण जनता तो दुखी है।
इससे पहले उन्होंने अपने सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग से तीन देशों के कार सवार लोगों की रैली को रवाना किया। इंडिया-म्यांमार-थाइलैंड फ्रेंडशिप कार रैली दिल्ली से बैंकाक के बीच आयोजित की गई है। इसमें तीनों देशों के 63 प्रतिभागी 22 कार से कार से 5722 किलोमीटर की दूरी करेंगे। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को भी सचेत किया और कहा कि प्रधानमंत्री के नोटबंदी से आपकी भी नौकरी को खतरा है। जो संस्थान चेक से भुगतान करते होंगे, उन्हंे तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन जो कैश में वेतन दे रहे थे, उनके पास रोजगार छिनने के आलावा और कोई चारा नहीं है।
इशारों-इशारों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया पर निशाना साधते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा तकलीफ तो बुआजी (मायावती)को हो रही है। बुआजी को हजार रुपये के नोट की माला पहनने का बहुत शौक है।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास से मैत्री कार रैली को रवाना करने के बाद यह बातें कही। दिल्ली से बैंकॉक तक की इस कार रैली के आयोजन में तीन देशों के 63 प्रतिभागी शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 1000 व 500 रुपये का नोट बंद होने के कारण लोगों को तो तकलीफ हो रही है, लेकिन सबसे अधिक तकलीफ बुआजी (मायावती) को हो रही है। अखिलेश ने कहा कि बुआजी को हजार रुपये के नोट की माला पहनने का बहुत शौक है। उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोट बंद करके बुआजी के शौक पर अंकुश लगाने का काम किया है। यह ठीक नहीं है। देश में पांच सौ तथा हजार रुपये का नोट बंद होने से लोगों को तकलीफ है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश सरकार बेहद संजीदा है। अखिलेश ने कहा, हम लोग ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल कैश वैन भेजने की व्यवस्था में लगे हैं।अखिलेश यादव ने कहा कि मंदी में कालाधन अर्थव्यवस्था को बचाता है। इसे कुछ अर्थशास्त्रियों की राय बतायी और कहा कि मैं भी कालाधन के खिलाफ हूं।