नई दिल्ली, गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को अदालत को जानकारी दी कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव गायब नहीं हुए हैं। मंत्रालय ने बताया कि यादव को जम्मू-कश्मीर की सांबा डिस्ट्रिक्ट की दूसरी बटालियन में शिफ्ट कर दिया गया है और वह हिरासत में नहीं हैं। दरअसल जवान की पत्नी शर्मिला ने अदालत में याचिका दाखिल करके दावा किया था कि उनके पति लापता हैं। उन्होंने कहा था कि पिछले 3 दिन से उनका अपने पति से फोन पर कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
शर्मिला की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि वीकेंड पर सांबा में उनको उनके पति से मिलने दिया जाए। मामले की अगली सुनवाई 15 फरवरी को है। जवान के परिवार ने बताया कि उन्होंने बीएसएफ महानिदेशक को 2 पत्र लिखकर जवान के विषय में जानकारी मांगी थी लेकिन किसी का जवाब नहीं आया। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने 9 जनवरी को फेसबुक पर एक विडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने जवानों को कथित तौर पर दिये जाने वाले खराब खाने को दिखाया था। यादव ने इसके बाद कुछ और विडियो पोस्ट किए थे जिनमें खाली हल्दी और नमक वाली दाल और साथ में जली हुई रोटियां दिखाते हुए खाने की क्वॉलिटी पर सवाल उठाए थे। जवान ने कहा था कि पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा समेत कई स्थानों पर इस प्रकार का खाना दिया जाता है और कई बार जवानों को भूखे पेट सोना पड़ता है। सोशल मीडिया पर यह विडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और बीएसएफ से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद उचित खाना पकाये जाने और उनके सही वितरण को सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों की तैनाती का निर्देश सरकार को देने की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी। इसके बाद कोर्ट ने बीएसएफ सहित विभिन्न अर्धसैनिक बलों से खाने की खराब क्वॉलिटी की शिकायत पर जवाब मांगा था।