दक्षिण भारत मे बीजेपी ने बतायी राज्यवार स्थिति, ‘‘प्रभावी तीसरे विकल्प’’ का किया दावा
March 31, 2019
नयी दिल्ली, लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत में ‘‘प्रभावी प्रदर्शन’’ का दावा करते हुए भाजपा ने विचारधारा और राजनीतिक संवाद को इस क्षेत्र के परिवेश के अनुरूप स्वीकार्य रूप में पेश करते हुए स्वयं को ‘‘प्रभावी तीसरे विकल्प’’ के रूप में स्थापित किया है ।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा, ‘‘ दक्षिण भारत की राजनीतिक स्थिति उप्र, बिहार जैसी नहीं है । अलग अलग बोलियां हैं और ऐसा समाज है जो हजारों वर्षो से राजनैतिक, सांस्कृतिक, भाषायी रूप से विकसित एवं समृद्ध हुआ है । ’’ उन्होंने कहा कि ऐसे में दक्षिण भारत के लिये कोई एक रणनीति नहीं हो सकती। हमने अलग रणनीति के जरिये लोगों तक पहुंचने, प्रभाव एवं स्वीकार्यता बढ़ाने के प्रयास किए हैं।
भाजपा महासचिव ने कहा, ‘‘दक्षिण भारत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: अच्छी स्थिति में होगा । कर्नाटक में भाजपा अच्छी तरह स्थापित हो चुकी है जबकि केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वह तीसरे विकल्प के रूप में सामने आई है । उन्होंने तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक एवं अन्य दलों के साथ गठबंधन की वजह से भाजपा के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई। राव ने कहा, ‘‘ हमारा प्रयास है कि पार्टी की विचारधारा और राजनीतिक संवाद को दक्षिण भारत के परिवेश एवं परिदृश्य के अनुरूप पेश किया जाए। इसमें पार्टी सफल भी हो रही है। ’’
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के बड़े हिस्से में दशकों से क्षेत्रीय दलों की सरकारें रहीं और राष्ट्रीय दल के रूप में कांग्रेस हाशिये पर चली गई है । तमिलनाडु में गुटों में बंटी अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन से भाजपा को कितना फायदा होगा। इस पर मुरलीधर ने कहा कि अन्नाद्रमुक एकजुट है, राज्य में बड़ी ताकत है और हमारे गठबंधन में एमडीएमके समेत कई दल हैं जिसका निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा । तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। भाजपा ने यहां अन्नाद्रमुक, एमडीएमके समेत छोटे छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है ।
केरल में बेहतर प्रदर्शन के लिए पूरा जोर लगा रही भाजपा ने भारत धर्म जन सेना :बीडीजेएस: और केरल कांग्रेस के साथ समझौता किया है । इसके तहत राज्य में भाजपा 14 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा कर रही है जबकि बीडीजेएस पांच सीटों पर एवं केरल कांग्रेस एक सीट पर उम्मीदवार खड़ा कर रही है । आंध्रप्रदेश में भाजपा अकेले चुनाव लड़ रही है जहां लोकसभा की 25 सीटें हैं । भाजपा वहां 10 सीटों पर खास ध्यान केंद्रित कर रही है। लोकसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत का दावा करते हुए मुरलीधर ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का एकमात्र एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ है और आगामी चुनाव में लोग इसे नकार देंगे।
नयी दिल्ली, लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत में ‘‘प्रभावी प्रदर्शन’’ का दावा करते हुए भाजपा ने विचारधारा और राजनीतिक संवाद को इस क्षेत्र के परिवेश के अनुरूप स्वीकार्य रूप में पेश करते हुए स्वयं को ‘‘प्रभावी तीसरे विकल्प’’ के रूप में स्थापित किया है ।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा, ‘‘ दक्षिण भारत की राजनीतिक स्थिति उप्र, बिहार जैसी नहीं है । अलग अलग बोलियां हैं और ऐसा समाज है जो हजारों वर्षो से राजनैतिक, सांस्कृतिक, भाषायी रूप से विकसित एवं समृद्ध हुआ है । ’’ उन्होंने कहा कि ऐसे में दक्षिण भारत के लिये कोई एक रणनीति नहीं हो सकती। हमने अलग रणनीति के जरिये लोगों तक पहुंचने, प्रभाव एवं स्वीकार्यता बढ़ाने के प्रयास किए हैं।
भाजपा महासचिव ने कहा, ‘‘दक्षिण भारत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: अच्छी स्थिति में होगा । कर्नाटक में भाजपा अच्छी तरह स्थापित हो चुकी है जबकि केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वह तीसरे विकल्प के रूप में सामने आई है । उन्होंने तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक एवं अन्य दलों के साथ गठबंधन की वजह से भाजपा के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई। राव ने कहा, ‘‘ हमारा प्रयास है कि पार्टी की विचारधारा और राजनीतिक संवाद को दक्षिण भारत के परिवेश एवं परिदृश्य के अनुरूप पेश किया जाए। इसमें पार्टी सफल भी हो रही है। ’’
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के बड़े हिस्से में दशकों से क्षेत्रीय दलों की सरकारें रहीं और राष्ट्रीय दल के रूप में कांग्रेस हाशिये पर चली गई है । तमिलनाडु में गुटों में बंटी अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन से भाजपा को कितना फायदा होगा। इस पर मुरलीधर ने कहा कि अन्नाद्रमुक एकजुट है, राज्य में बड़ी ताकत है और हमारे गठबंधन में एमडीएमके समेत कई दल हैं जिसका निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा । तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। भाजपा ने यहां अन्नाद्रमुक, एमडीएमके समेत छोटे छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है ।
केरल में बेहतर प्रदर्शन के लिए पूरा जोर लगा रही भाजपा ने भारत धर्म जन सेना :बीडीजेएस: और केरल कांग्रेस के साथ समझौता किया है । इसके तहत राज्य में भाजपा 14 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा कर रही है जबकि बीडीजेएस पांच सीटों पर एवं केरल कांग्रेस एक सीट पर उम्मीदवार खड़ा कर रही है । आंध्रप्रदेश में भाजपा अकेले चुनाव लड़ रही है जहां लोकसभा की 25 सीटें हैं । भाजपा वहां 10 सीटों पर खास ध्यान केंद्रित कर रही है। लोकसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत का दावा करते हुए मुरलीधर ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का एकमात्र एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ है और आगामी चुनाव में लोग इसे नकार देंगे।