नई दिल्ली, दिल्ली हाइकोर्ट की 50वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दबे-कुचले लोगों को न्यायिक प्रणाली से जोड़ना होगा। चुनौतियों से भागना इंसान का स्वाभाव नहीं होना चाहिए बल्कि चुनौतियों से निपटने के लिए रास्ता खोजने की जरूरत है।
दिल्ली हाईकोर्ट की स्थापना के आज 50 साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। वहीं, सुप्रीम के चीफ जस्टिस टी. एस ठाकुर के साथ दिल्ली हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस जी रोहिणी भी शामिल हुईं। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज और वरिष्ठ वकील शामिल होंगे। दिल्ली हाईकोर्ट दिल्ली राज्य का न्यायालय हैं। इसकी स्थापना 31 अक्टूबर 1966 को हुई थी। उस समय कोर्ट को चार न्यायाधीशों के साथ स्थापित किया गया था। वे मुख्य न्यायाधीश थे – के एस हेगड़े, न्यायमूर्ति आईडी दुआ, न्यायाधीश एचआर खन्ना और न्यायमूर्ति एस के कपूर।