दलितों का एक प्रमुख मंदिर वीर मेघमाया चर्चा मे, जानिये राहुल गांधी ने क्यों की पूजा ?
November 14, 2017
पाटन, मंदिर वीर मेघमाया आजकल चर्चा मे है। यह दलितों का एक प्रमुख मंदिर है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दलित समुदाय के इस प्रमुख मंदिर मे पूजा अर्चना की। राहुल गांधी ने गुजरात में अपने चुनावी दौरे में मंदिरों के दर्शन का सिलसिला आज दलित समुदाय के एक प्रमुख मंदिर जाकर जारी रखा।
राहुल गांधी ने वीर मेघमाया मंदिर में दर्शन किया। यह दलितों का एक प्रमुख मंदिर है। वीर मेघमाया मंदिर में राहुल गांधी ने पूजा अर्चना कर जाति के नाम पर भेद भाव करने वालों को एक बड़ा संदेश दिया। साथ ही उन्होने भाजपा द्वारा उनके खिलाफ बनाये जा रही मंदिर विरोधी छवि को भी दूर करने का प्रयास किया।
इसके बाद वह बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के रानी की वाव देखने पहुंच गये। वहां उनके आने की खबर सुन कर बडी संख्या में लोग जुट गये। बाद में उन्होंने दलितों के साथ एक संवाद कार्यक्रम में शिरकत की। राहुल गांधी ने दलित समाज के एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस एक मनुवादी संगठन है, जो कि जाति व्यवस्था को बरकरार रखना चाहता है।
उन्होंने कहा कि वे जातिवाद के विरोधी हैं, क्योंकि यह ऐसी व्यवस्था है जो इंसान को इंसान नहीं मानती। उन्होंने दलितों से जुड़े हितों को पार्टी के घोषणापत्र में शामिल करने का भी आश्वासन दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाल कर यहां स्थित ऐतिहासिक रानी की वाव ;सीढी वाला कुंआ का भी दौरा किया।
अपनी बेजोड स्थापत्य कला के लिए मशहूर रानी की वाव यानी सीढ़ी वाले कुएं के बारे में माना जाता है कि इसे चालुक्य वंश के शासक भीमदेव एक की याद में उनकी प्रिय रानी उदयमती ने 11 वीं सदी में महा गुर्जर स्थापत्य शैली में बनवाया था। सरस्वती नदी के किनारे स्थित इस वाव में सीढियों के सात स्तर थे। यह नदी में बाढ के चलते मिट्टी के नीचे दब गया था और 80 के दशक में खुदाई के दौरान इसका पता चला।
राहुल ने अपने गुजरात दौरे की शुरुआत अक्षरधाम मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की थी। बता दें कि गुजरात का अक्षरधाम मंदिर स्वामी नारायण पंथ का है और पटेल समाज के लोग इसमें काफी आस्था रखते हैं।