दलित एक्टिविस्ट रोहित वेमुला आज अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए। रोहित की मौत को उसके साथी हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की दलित उत्पीड़न की कार्यवाही का नतीजा बता रहे हैं। फिलहाल रोहित की मौत आत्महत्या की नजर से ही देखी जा रही है।
हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एबीवीपी की शिकायत पर प्रशासन ने कुछ दिन पहले पांच दलित छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकाल दिया था। शिकायत थी कि वो दलितों की बात करता था। सनातन धर्म के खिलाफ लिखता था, बोलता था। शिकायत छात्रों के पास कुछ कथित आपत्तिजनक सामान को लेकर भी थी। संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर व सावित्री वाई फुले की तस्वीर लगाने पर इनकों हॉस्टल से निकाला गया था।यह पांचो छात्र स्कॉलर स्टूडेंट थे। इनमें शामिल दलित एक्टिविस्ट रोहित वेमुला आज अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए है। बताया जा रहा है कि कैंपस में इन छात्रों का सार्वजनिक बहिष्कार किया गया।
रोहित हैदराबाद विवि से साइंस,टेक्नोलॉजी और सोसायटी स्टडीज विषय पर शोध कर रहे थे इसके साथ साथ वह अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के सदस्य भी था। सूत्रों के अनुसार, माँ सिलाई करती थी और पिता अस्पताल में गार्ड की नौकरी करके उसे पढ़ा रहे थे।
रोहित की मौत की सूचना पर सोशल मीडिया और दलित व पिछड़े वर्ग के छात्र व सामाजिक संगठनों मे जबर्दस्त आक्रोश है। टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबई और जेएनयू, दिल्ली में सोमवार को हड़ताल की सूचना है। दलित व पिछड़े वर्ग के छात्र संगठनों द्वारा मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के दफ्तर, शास्त्री भवन, केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार दो बजे विरोध प्रदर्शन है.