नई दिल्ली, भारत की सबसे तेजी से बढ़ने वाली और सबसे अप्रत्याशित ई-ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी-ओकीनावा, ग्रीन मोबीलिटी एक्सपो (जीएमएक्स) 2017 में भारत के साथ-साथ अंतराष्ट्रीय बाजार में भी ई-ऑटोमोबाइल की एक नई शुरूआत की अग्र-दूत बनने के लिए तैयार है। प्रगति मैदान में 2-4 फरवरी तक आयोजित इस प्रतिष्ठित विद्युत परिवहन कार्यक्रम में ओकीनावा की हाई-स्पीड ई-मोटरसाइकिल और क्रूजर स्कूटरों की झलक दिखाई गई।
दोनों वाहन, जो अत्याधुनिक तकनीक से समृद्ध हैं, सभी मापदंडों पर खरे उतरते हैं। बेहतरीन और स्पोर्टी अंदाज में बनी ओकीनावा ई-मोटरसाईकिल साइड स्टैंड सेंसर, एलईडी लाइट, फ्रंट और रियर डिस्क ब्रेक और मोनो सस्पेंशन से सुसज्जित है। ये गुण इस बाइक की ड्राइविंग को आसान और सुविधाजनक बनाते हैं। इसके अलावा, भारतीय उपभोक्ताओं को क्रूजिंग स्टाइल का अनुभव देते हुए, ओकिनावा ई-क्रूजर स्कूटर भी प्रदर्शित किया गया। यह मोटर लॉक साइड स्टैंड सेंसर और एलईडी लाइट की सुविधाओं से लैस है। साथ ही इसके हल्के पहिये आरामदायक और बेधड़क ड्राइविंग के लिए उपयुक्त हैं। यह ड्राइविंग में अतिरिक्त गतिशीलता देता है और अपने सुंदर डिजाइन से लोगों विशेषकर युवाओं को आकर्षित करने में सक्षम है।
इन वाहनों के लांच पर टिप्पणी करते हुए, ओकीनावा के प्रबंध निदेशक जीतेन्द्र शर्मा ने कहा, ग्रीन मोबीलिटी एक्सपो एक उत्कृष्ट मंच है, जहां वाहन उद्योग जगत के नवीनतम और विलक्षण आविष्कार एक साथ सामने आते हैं। इन सबका एकमात्र लक्ष्य पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सस्ते-टिकाऊ परिवहन के माध्यमों के भविष्य को सुनिश्चित करना है। इस साल, ओकीनावा के वाहन भी पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी बनाने में तन-मन से किए गए प्रयासों को प्रदर्शित करेंगे। इन वाहनों का अब अधिक व्यापक रूप से पहले से कही ज्यादा लोकप्रिय और स्वीकार किए जाने की संभावना है। ये दोनों वाहन, बिजली से चलने वाली गाड़ियों के लंबे समय से जूझ रहे अड़चनों को दूर करके अद्भुत उच्च प्रदर्शन और गति पैदा करने की क्षमता से अपनी मान्यता स्थापित करेंगे। ओकीनावा के ये उत्पाद उनकी उन कोशिशों पर मुहर लगाते हैं जिसके द्वारा कंपनी अन्य ईंधनों पर चलने वाले दो-पहिये वाहनों के तुलना में बिजली से चलने वाले बेहतर और आरामदायक वाहन बनाने के लिए दिन रात प्रयासरत है। इतना ही नहीं, ऐसे वाहनों की शुरूआत भारतीय खरीदारों के लिए आगे बिजली से चलने वाले वाहनों के उपयोगिता का मार्ग प्रशस्त करेगी और बिजली के वाहनों के उपयोग से पर्यावरण के प्रति जागरूक राष्ट्र बनाने का ध्येय को भी तेज करेगी।