नई दिल्ली, जब से सरकार ने नोटबंदी का एलान किया है, तब से देश में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कैशलेस सिस्टम को बढावा देने के लिए, बैंक लेनदेन और लगभग सभी कामों के लिए आज आधारकार्ड का नामांकन जरुरी हो रहा है। इसे देखते हुए लोग आधार नामांकन को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक केवल दिसंबर में आधार नामांकन में साठ फिसद का इजाफा हुआ है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अक्टूबर में 12.19 लाख लोगों ने आधार का नामांकन करवाया। हालांकि नवंबर में ये आंकड़ा गिर गया। केवल 10.49 लाख लोगों ने इस महीने अपने आधार का नामांकन कराया। वहीं दिसंबर में इसमें तेजी देखने को मिली। इस महीने देशभर में 16.05 दस लाख लोगों अपने आधार का नामांकन कराया।
यूआइडीएआई के एक अधिकारी ने बातचीत में बताया कि लोग अपने आधार के नामांकन को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं। जनवरी के पहले हफ्ते में 3.63 लाख लोगों ने अपने आधार का नामांकन कराया। नोटबंदी के बाद से लोगों को शायद इस बात का अहसास हो गया है कि आधार, बैंक लेनदेन और बाकी कामों के लिए एक मजबूत दस्तावेज है, जिसके चलते ये बदलाव देखने को मिल रहा है।