दीपावली के उत्साह में विघ्न डालने वाले होंगे सलाखों के पीछे: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ,  प्रदेशवासियों को पंच दिवसीय दीप पर्व की बधाई देते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शरारती तत्वों को चेतावनी दी कि दीपावली के उत्साह में विघ्न डालने की कोशिश करने वालों की जगह जेल की सलाखों के पीछे होगी।

लोकभवन में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गैस सिलेंडर रिफिल सब्सिडी का वितरण के दौरान उन्होने कहा कि दीपावली के पहले यह प्रदेश के गरीब परिवारों के लिए एक बड़ा उपहार है। त्योहारों का उद्देश्य यही है कि हम अकेले नहीं, बल्कि सामूहिक रूप से इस उत्साह का हिस्सा बनें। 2021 में राज्य सरकार ने तय किया था कि वर्ष में दो बार होली और दीपावली के अवसर पर उज्ज्वला योजना के सभी लाभार्थियों को मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर दिए जाएंगे। इसी क्रम में आज प्रदेश के 1.86 करोड़ परिवारों को यह सौगात दी जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में सभी त्योहार, होली, दीपावली, ईद, क्रिसमस, गुरु पर्व, जन्माष्टमी या रामनवमी पूरी शांति, सौहार्द और उमंग के साथ मनाए गए हैं। अब वह सरकार नहीं है जो दंगाइयों के सामने घुटने टेक दे। यह सरकार जो जिस भाषा में समझेगा, उसी भाषा में जवाब देना जानती है। उत्साह और उमंग के त्योहार में यदि किसी ने व्यवधान डाला तो जेल की सलाखें उसका इंतजार कर रही हैं।

उन्होने कहा कि किसी भी लोककल्याणकारी सरकार का दायित्व होता है कि वह शासन की योजनाओं का लाभ ईमानदारी से उन गरीबों, वंचितों और दलितों तक पहुंचाए, जो इसके पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीबों को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ तब मिलना शुरू हुआ जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने। 2014 के पहले गैस कनेक्शन लेना भी एक संघर्ष था, लेकिन मोदी जी ने 11 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिलाए। अकेले उत्तर प्रदेश के 1.86 करोड़ परिवारों को इसका लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि पहले गरीब लकड़ी, कोयले या उपलों में खाना पकाते थे जिससे परिवार बीमार पड़ते थे। आज उज्ज्वला योजना ने नारी गरिमा को सम्मान दिया है और घर-घर में स्वास्थ्य और सुविधा का उजाला फैलाया है।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले प्रदेश में परिवार से ऊपर कोई सोच नहीं थी। सैफई परिवार के अलावा किसी और की चिंता नहीं होती थी। चाचा-भतीजा और महाभारत के किरदारों की राजनीति में गरीबों की योजनाएं लूट ली जाती थीं। नौकरियों में डकैती, विकास के पैसे में छीना-झपटी होती थी और त्योहार भी दंगों की भेंट चढ़ जाते थे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार आने के बाद अब प्रदेश को परिवार मानकर काम हो रहा है। किसी की जाति नहीं पूछी जाती, किसी से भेदभाव नहीं होता। सबका साथ, सबका विकास, यही हमारा मंत्र है।

मुख्यमंत्री योगी ने सख्त लहजे में कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट है। अगर किसी ने बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया, तो अगले चौराहे पर यमराज टिकट काटने के लिए खड़ा होगा। यदि किसी को यमराज से टिकट कटवाना हो तो वह किसी राह चलती बेटी के साथ छेड़खानी करके देख ले। यह हमारी वचनबद्धता है कि हर बेटी, हर व्यापारी, हर राहगीर को सुरक्षा देंगे। जो भी रंग में भंग डालने की कोशिश करेगा, जेल की सलाखें उसका इंतजार कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने दीपावली पर ‘स्वदेशी’ को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि दीपावली पर हर परिवार कुछ न कुछ खरीदता है। जो भी खरीदे, वह स्वदेशी हो। हमारे कारीगर, हस्तशिल्पी, स्थानीय उद्यमी जो भी बनाएं, वही खरीदें। हमारे घर में जो दीपक जले, वह हमारे ही कुम्हार द्वारा बना हो। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां हमारे कारीगरों की बनाई हों, विदेश से नहीं। उन्होंने कहा कि जब यह पैसा स्थानीय कारीगरों, श्रमिकों और हस्तशिल्पियों तक पहुंचेगा, तभी समृद्धि देश तक पहुंचेगी और भारत विकसित बनेगा।

उन्होने पंडित दीनदयाल उपाध्याय और आचार्य शंकराचार्य के उदाहरण का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस घर में गरीबों के प्रति संवेदना नहीं होती, वहां ईश्वर का वास नहीं होता। हमें हर त्योहार पर किसी एक गरीब, बेसहारा या जरूरतमंद बच्चे की मदद करनी चाहिए। तभी त्योहारों की खुशी और भी अर्थपूर्ण हो जाएगी।

इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा, सांसद संजय सेठ, बृजलाल, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक डॉ नीरज बोरा समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।

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