नई दिल्ली,एक अनोखे बच्चे ने जन्म लिया है। यहां सबसे छोटा और सबसे हल्का बच्चा अब बाहरी दुनिया में पैर रखने के लिए तैयार है।जापान में जन्मा एक सेब के बराबर वजन वाला बच्चा अब बाहरी दुनिया में पैर रखने के लिए तैयार है। अक्टूबर में जन्मा यह दुनिया का सबसे कम वजन वाला बच्चा है। तोशिको ने गर्भधारण के बाद उच्च रक्तचाप की दिक्कत के चलते 24 सप्ताह और पांच दिन के बाद रयुसुके सेकिये को जन्म दे दिया था। जन्म के समय बच्चे का वजन मात्र 258 ग्राम था।
उसने पिछले साल जन्मे जापान के एक अन्य लड़के का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया जिसका वजन महज 268 ग्राम था। बच्चे को फरवरी में तोक्यो के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। एक अक्टूबर 2018 को जब रयुसुके का जन्म हुआ, तब उसकी लंबाई 22 सेंटीमीटर थी और डॉक्टरों ने उसे अति गहन चिकित्सा कक्ष में रखा था। उन्होंने उसे दूध पिलाने के लिए ट्यूब का सहारा लिया। वे कभी-कभी मां का दूध पिलाने के लिए रुई का इस्तेमाल भी करते थे।
करीब 6 महीने बाद बच्चे का वजन 13 गुना बढ़ गया और अब वह तीन किलोग्राम का है। उसे इस सप्ताहांत मध्य जापान में नगानो चिल्ड्रेंस अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। उसकी मां तोशिको ने पत्रकारों से कहा, ‘जब उसका जन्म हुआ तो वह बहुत छोटा-सा था और ऐसा लगता था कि अगर उसे स्पर्श करेंगे तो वह टूट जाएगा। मैं बहुत चिंतित थी।’ उन्होंने कहा, ‘अब वह दूध पीता है। हम उसे नहलाते हैं। मैं खुश हूं कि मैं उसे बड़ा होते देख पा रही हूं।’ जर्मनी में 2015 में सबसे कम वजन वाली 250 ग्राम की लड़की का जन्म हुआ था।