सबरीमला, केरल के कन्नौर जिले से सबरीमला में भगवान अयप्पा के दर्शन करने आयी दो महिलाओं को बिना दर्शन किये वापस लौटना पड़ा क्योंकि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन का हवाला देते हुए उन्हें नीलक्कल आधार शिविर से वापस भेज दिया। छह पुरुषों के साथ सुबह करीब सवा पांच बजे नीलक्कल आधार शिविर पहुंची दो महिलाओं रेशमा निशांत और शालिमा सजेश को आज दर्शन के आखिरी दिन पुलिस ने पंबा से लेकर सन्निधमन तक बड़ी संख्या में एकत्र हुए श्रद्धालुओं के विरोध का हवाला देते हुए वापस भेज दिया। इससे पहले बुधवार को भी दोनों महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की थी।
दोनों महिलाएं मंदिर में दर्शन के लिए दृढ़ थी लेकिन पुलिस ने कानून.व्यवस्था और पैदल मार्ग में मौजूद उत्तेजित श्रद्धालुओं का हवाले देते हुए उन्हें सुरक्षा देने के लिए तैयार नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार पुलिस बाद में उन्हें निलक्कल नियंत्रण कक्ष ले गयी जहां से उन्हें एरुमेलि भेज दिया गया। सभी की पहचान फ़ेसबुक अकाउंट ष्नवोथना केरलम सबरीमलाइलेक्कुष् के सदस्य के रूप में हुई। यह वामपंथी समर्थित कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित है जो मंदिर में महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान मंदिर में प्रवेश का समर्थन करते हैं।
बाद में समूह में शामिल एक सदस्य श्रेयस ने आरोप लगाया कि वे पुलिस और एक विधायक के सहयोग से यहां पहुंचे। उन लोगों ने महिलाओं के प्रवेश को सुनिश्चित करने की बात को पूरा नहीं कर सकें। आज रात साढ़े दस बजे मंदिर के बंद होने के बाद केवल रविवार सुबह पंडालम पैलेस के प्रतिनिधि को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।