लखनऊ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे देश का सबसे लम्बा प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेस-वे होने के साथ ही, सबसे कम समय में बनने वाला एक्सप्रेस-वे भी है। नेताजी के आग्रह पर केवल 22 महीने में इसे पूरा किया जा रहा है। आगामी 2 अक्टूबर से इस पर गाड़ियों का संचालन प्रारम्भ हो जाएगा।
उन्होने बताया कि परियोजना के लिए किसानों से बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यह समाजवादी सरकार की नीतियों और कार्य प्रणाली की सफलता ही है कि जब पूरे देश में जमीन अधिग्रहण को लेकर बहस और विवाद का वातावरण बना हुआ था, समाजवादी सरकार ने किसानों से उनकी रजामन्दी और सहयोग से जमीन हासिल की। श्री यादव ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे देश और प्रदेश की राजधानियों को जोड़ने के साथ ही तमाम शहरों और गावों को भी आपस में जोड़ रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के किनारे टाउनशिप नहीं बनायी गयी बल्कि आलू, दूध, फल-सब्जी तथा अनाज की मण्डियां विकसित की जा रही हैं। इससे शहरों को तो फायदा होगा ही, गांव की अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ेगी और मंहगाई पर भी नियंत्रण होगा।
इसी प्रकार, प्रदेश के पूर्वी इलाके को देश और प्रदेश की राजधानियों से जोड़ने के लिए समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण हेतु बजट में 1500 करोड़ रुपए का इंतजाम किया गया है। समाजवादी सरकार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को 4-लेन मार्ग से जोड़ने के लिए कृतसंकल्प है। वाराणसी से सोनभद्र, बाबतपुर से भदोही, हमीरपुर से कालपी, मुरादाबाद से सम्भल, बहराइच से श्रावस्ती आदि नये 4-लेन बनी सड़कों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश के 75 में से 49 जनपदों को 4-लेन मार्ग से जोड़ा जा चुका है। श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी भी अन्य राज्य के मुकाबले अधिक संख्या में मेट्रो रेल परियोजनाएं संचालित हैं। लखनऊ में मेट्रो रेल का काम रिकाॅर्ड समय में पूरा किया जा रहा है। कानपुर और वाराणसी शहरों में मेट्रो रेल परियोजना का डीपीआर तैयार हो गया है। जल्द ही, कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया जाएगा। आगरा और मेरठ शहरों में भी मेट्रो रेल चलाने का फैसला राज्य सरकार ले चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समाजवादी व्यवस्था के अनुरूप प्रदेश को लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने सभी वर्गों को बिना किसी भेद-भाव के राहत और आगे बढ़ने का अवसर मुहैया कराने का काम भी किया है। सरकार की उपलब्धियों को आकड़ों के साथ-साथ जमीन पर भी प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। समाजवादी सरकार विकास को आगे रखकर वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में जनता के बीच जाएगी।
एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आगामी विधान सभा चुनाव में प्रदेशवासियों को विभिन्न सरकारों के कामों के आकलन का मौका मिलेगा। समाजवादी सरकार ने सत्ता में आने के बाद बहुत कम समय में ही अपने चुनाव घोषणा-पत्र को लगभग पूरी तरह से लागू करने का काम किया है। घोषणा-पत्र के वादों को नीतियां बनाकर और संसाधन जुटाकर पूरा किया गया है। वर्तमान प्रदेश सरकार को सत्ता में आने पर एक बदहाल व्यवस्था मिली थी। समाजवादी सरकार ने प्रदेश के विकास की दिशा बदली हैं।
यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने घोषणा-पत्र के अपने वादे के मुताबिक लैपटाॅप वितरण का काम शुरू किया। कुछ लोगों ने इसे झुनझुना बताया। उन्होंने कहा कि लैपटाॅप के बिना डिजिटल इण्डिया के सपने को पूरा नहीं किया जा सकता। समाजवादी सरकार द्वारा अभी तक लगभग 18 लाख लैपटाॅप का छात्र-छात्राओं के बीच में निःशुल्क वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इतनी बड़ी योजना लागू की और इस योजना पर कोई उंगली भी नहीं उठा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास के साथ ही, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि के विकास के लिए काम किया गया है। प्रदेश सरकार का काम अब सबके सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने प्रदेश में बिजली की उपलब्धता में लगभग दो-गुनी बढ़ोत्तरी की है। प्रदेश के वाराणसी सहित कई धार्मिक और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण शहरों में 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। गांवों और शहरों में बिजली की आपूर्ति पहले के मुकाबले बहुत अच्छी हो गयी है, जिसके कारण इन्वर्टर और जेनरेटर की मांग में 40 प्रतिशत से अधिक की कमी आ गयी है।
श्री यादव ने कहा कि 108 समाजवादी स्वास्थ्य सेवा और 102 नेशनल एम्बुलेंस सर्विस के माध्यम से प्रदेशवासियों को निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा मुहैया करायी जा रही है। यह सेवा आपात स्थिति में फंसे लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसी तर्ज पर समाजवादी सरकार डायल-100 के माध्यम से पुलिस और इमरजेन्सी सेवा जनता को मुहैया कराने के लिए काम कर रही है। इस सेवा के माध्यम से 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाओं की भांति जनता को 10 से 15 मिनट के अन्दर पुलिस व इमरजेन्सी सुविधा घटना स्थल पर मिल सकेगी। इस सेवा से प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था के साथ ही अपराध नियंत्रण पर भी सफलता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने किसानों की हर तरह से मदद की है। ओलावृष्टि और सूखे की स्थिति में उन्हें आर्थिक सहायता मुहैया करायी गयी है। सिंचाई के लिए निःशुल्क पानी की व्यवस्था की गयी है। कृषक दुर्घटना बीमा योजना की धनराशि को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया गया है। कामधेनु योजना के माध्यम से प्रदेश में दूध उत्पादन को तेजी के साथ बढ़ाया गया है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हई है। प्रदेश में अमूल के दूध के 2 कारखाने लगवाए जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश में पैदा होने वाले दूध को प्रोसेस किया जाएगा, जिससे किसानों को काफी लाभ होगा। राज्य सरकार ने आजमगढ़ में मात्र 9 महीने में चीनी मिल लगाने का काम किया है। समाजवादी सरकार गन्ना किसानों के बकाये के सम्पूर्ण भुगतान को सुनिश्चित कराएगी।
यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार प्रदेश की 55 लाख गरीब महिलाओं को बिना किसी भेदभाव के समाजवादी पेंशन योजना के तहत प्रतिमाह उनके बैंक खाते में पेंशन धनराशि सीधे ट्रान्सफर करके लाभान्वित कर रही है। इसी प्रकार, पुलिस भर्ती आदि में भी प्रदेश सरकार पर भेदभाव का आरोप नहीं लगाया जा सकता। राज्य सरकार द्वारा पुलिस भर्ती प्रक्रिया को सरल भी बना दिया गया है। 10वीं और 12वीं के नम्बर तथा शारीरिक परीक्षण के आधार पर बिना इण्टरव्यू के ये भर्तियां की गयी हैं। भर्ती में इण्टरव्यू सबसे पहले समाजवादी सरकार द्वारा खत्म किया गया था। लेकिन श्रेय अन्य लोगों द्वारा ले लिया गया। समाजवादी प्रचार में तो पीछे हो सकते हैं लेकिन काम में सबसे आगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए भी लगातार काम कर रही है। जल्द ही, राज्य सरकार एक दिन में 5 करोड़ पौधे लगाने जा रही है। इसके साथ ही, राज्य सरकार आम महोत्सव, बर्ड फेस्टिवल तथा सारस फेस्टिवल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रही है, जिससे लोगों में प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जागरुकता भी पैदा हुई है। श्री यादव ने कहा कि लखनऊ सहित लगभग सभी शहरों की आबादी तेजी से बढ़ी है। इसके लिए सामाजिक, आर्थिक कारण जिम्मेदार हैं। लेकिन कुछ लोग सामाजिक, आर्थिक कारणों से हुए पलायन को दूसरी तरह का पलायन बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी अपने विरुद्ध आने वाली खबरों को भी सकारात्मक ढंग से लेकर सुधार का प्रयास करते हैं।