नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की विविधता में एकता को सबसे बड़ी ताकत बताते हुए आज कहा कि उन्हें देश की सवा सौ करोड़ जनता की शक्ति पर भरोसा है और यह ताकत तथा पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आगे बढने का संकल्प सारी बाधाओं को पार करते हुए देश को विकास के पथ पर आगे ले जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी और दूरदर्शन पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए आज खेल से लेकर शिक्षा, सामाजिक उत्सवों से लेकर पर्यावरण सरंक्षण, समाज की सेवा के प्रति समर्पित लोगों और विभिन्न सामाजिक विषयों के साथ ही राजनीतिक सहयोग जैसे विभिन्न मुद्दों का जिक्र किया और कहा कि इन सभी बातों में देश की एकता और अखंडता परिलक्षित होती है जो देश की सांस्कृतिक विरासत का एक बेजोड़ उदाहरण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलों में देश के बेहतर प्रदर्शन के लिए उनकी सरकार ने एक समिति गठित की है जो कमियों और भविष्य की रणनीति की रूपरेखा तैयार करेगी। मोदी ने इस मौके पर समाज और व्यक्ति के जीवन में शिक्षक के महत्व का जिक्र करते हुए देश के प्रथम राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का महत्व अभिभावक से ज्यादा होता है। वह व्यक्ति के साथ ही पूरे समाज के निर्माण में उसकी अहम भूमिका है इसलिए शिक्षकों का मान बढ़ाना हर किसी की जिम्मेदारी है।