लखनऊ, प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में आरोपी माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासन लगभग तय हो चुका है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा कि उमेल पाल हत्याकांड मामले में जारी जांच में अगर शाइस्ता दोषी साबित होती है तो उन्हे पार्टी से निष्कासित कर दिया जायेगा। साथ ही उन्होने समाजवादी पार्टी (सपा) पर अतीक अहमद को आश्रय देने का आरोप लगाते हुये कहा कि उनकी पार्टी किसी भी धर्म या जाति के अपराधी को बढावा नहीं देती है, इसलिये इस मामले में राजनीति बंद होनी चाहिये।
गौरतलब है कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने हाल ही में बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी और बसपा उसे प्रयागराज से मेयर का चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही थी।
सुश्री मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा “ प्रयागराज में राजू पाल की वर्षाे पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल व उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी के ऊपर एफआईआर दर्ज किये जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है। बसपा ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जाँच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमती शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा।”
उन्होने कहा “ यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है, जिस पार्टी से वह एमपी व एमएलए आदि भी रहा है तथा अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गयी है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी। अतः इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं। इसके साथ ही, यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा, उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दाेष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, किन्तु यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है। ”
ज्ञातव्य है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की पिछली 24 फरवरी को गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में पुलिस ने अतीक अहमद की पत्नी और उसके दो बेटों समेत सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।