जालंधर, पंजाब में जालंधर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने शुक्रवार को बताया कि लगभग 26700 स्वयंसेवकों के साथ हाथ मिलाने के बाद जिले से नशीले पदार्थों के खतरे को रोकने के लिए ड्रग एब्यूज प्रिवेंशन ऑफिसर ;डेपोद्ध अभियान जिले में एक बड़ी हिट साबित हुई है।
विवरण के अनुसार जालंधर पुलिस आयुक्तालय में 12470 और ग्रामीण क्षेत्रों में 14294 सहित कुल 26764 स्वयंसेवकों ने खुद को इस अभियान के लिए स्वेच्छा से पंजीकृत करवाया हैए जो दुनिया भर में अपनी तरह की पहली पहल है जिसमें राज्य से ड्रग्स के अभिशाप को खत्म करने के लिए स्वयंसेवकों को जुटाया जा रहा है। पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ;एसएसपीद्ध नवजोत सिंह महल ने कहा कि विश्व में पहली बार इस अभियान के तहत प्रेरित करके मादक पदार्थों की मांग को रोकने का एक ठोस प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस कार्य में भागीदार होना चाहिए।
जिले में पुलिस बलों के दोनों शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि इस जन अभियान को गाँव और वार्ड स्तर पर ड्रग्स के खतरे से लोगों को जागरुक करने के लिए शुरू किया गया हैए जिसके लिए डेपो ;डीएपीओद्ध इस अभियान के दौरान अद्भुत सेवा प्रदान कर रहे हैं क्योंकि उनके द्वारा नशेड़ी और संभावित नशेड़ी की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने पहले ही मादक पदार्थों की आपूर्ति लाइनों को तोड़ दिया था और अब नशीली दवाओं से नशा मुक्ति और उपचार द्वारा इसकी मांग को खत्म करना है।
पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवजोत सिंह महल ने आगे कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में डीएपीओ कार्यक्रम अपनी तरह की पहली पहल हैए जिसमें राज्य सरकार के नेतृत्व में ड्रग की माँग को सामूहिक रूप से खत्म किया जाना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस पाथ.ब्रेकिंग पहल ने इस खतरे से निपटने के लिए डेपो के रूप में अधिकतम सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित की है। उन्होंने कल्पना की कि डेपो जिले को पूरी तरह से नशा मुक्त और स्वस्थ जिले में बदलने में एक उत्प्रेरक के रूप में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है कि नशीले पदार्थों पर निर्भर युवा नशा मुक्त हो कर राज्य के सामाजिक.आर्थिक विकास के लिए अपना योगदान दे सकें। शहर के पुलिस और ग्रामीण पुलिस प्रमुखों ने कहा कि अभियान को और तेज करना हैए ताकि पंजाब में सामान्य रूप से और विशेष रूप से जालंधर पूरी तरह से नशा मुक्त हो जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य लोगों के सक्रिय समर्थन और सहयोग के बिना पूरा नहीं किया जा सकता है।