वाशिंगटन, अमेरिका में रूस के राजदूत अनातोली एंटोनोव ने वाशिंगटन में संपन्न उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि नाटो दुनिया में कहीं भी सुरक्षा बल प्रयोग करने के अधिकार की घोषणा करता है, चाहे वह लोकतंत्र के बहाने हो या आतंकवाद से लड़ने के बहाने।
अनातोली एंटोनोव ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, “गोल्डन बिलियन के प्रांत एक-दूसरे पर दबाव बनाए रखना चाहते हैं और दुनिया के सभी क्षेत्रों से लाभ उठाना चाहते हैं। नव-औपनिवेशिक आदेशों को लागू करने के लिए, नाटो वास्तव में दुनिया में कहीं भी बल प्रयोग करने के अधिकार की घोषणा करता है, चाहे वह लोकतंत्र के बहाने, मानव अधिकारों की रक्षा या आतंकवाद से लड़ने के लिये हो।”
रूसी राजनयिक ने कहा कि वाशिंगटन शिखर सम्मेलन से पता चला है कि नाटो देश “युद्ध के लिए टकराव और तैयारी के रास्ते पर पूरी तरह से आगे बढ़ चुके हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी अपने असफल आधिपत्य को बनाए रखने के लिए अधिकतम संसाधन जुटा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध समापन को लेकर रखे महत्वपूर्ण विचारों को रूसी विरोधी बयानबाजियों द्वारा दबा दिया गया।