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मुख्यमंत्री योगी गुरूवार को नेत्रकुंभ आयोजन में लगे प्रमुख लोगों से मुलाकात की। फिर उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण कर चिकित्सकों और आयोजन समिति के सदस्यों से बातचीत भी की। मुख्यमंत्री ने नेत्रकुंभ की भव्यता और प्रबंधन की प्रशंसा की। चिकित्सकों ने उन्हें पूरी व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। योगी को बताया गया कि महाकुम्भ के दौरान नेत्रकुंभ में 2.37 लाख मरीजों की यहां जांच की गई है।
चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री को बताया कि नेत्रकुंभ में 1.63 लाख चश्मे वितरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए नेत्रकुम्भ की सेवा को एक दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। पहले 26 फरवरी को इसका समापन होना था, लेकिन बाद में इसकी तिथि 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई। निरीक्षण के दौरान श्री योगी ने विशेषज्ञों से पूछा कि इतनी बड़ी संख्या में मरीजों को किस तरह व्यवस्थित इलाज दिया जा सका। जिस पर डॉक्टरों ने बताया कि यह कठिन कार्य था, लेकिन सुव्यवस्थित प्रबंधन के चलते सफलता मिली। मुख्यमंत्री ने इस सेवाभाव के लिए सभी डॉक्टरों और आयोजकों को बधाई दी और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों की जरूरत बताई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की सफलता के लिए आभार प्रकट करने प्रयागराज स्थित बड़े हनुमान मंदिर पहुंचे। उन्होंने महाबली हनुमान जी के चरणों में शीश नवाया और मंदिर के सभी पुजारियों को प्रणाम किया। मुख्यमंत्री का पूजन मंदिर के महंत एवं श्रीमठ बाघम्बरी पीठाधीश्वर पूज्य बलवीर गिरि जी महाराज ने संपन्न कराया। इसके बाद श्री योगी ने बड़े हनुमान की आरती की। जिसके बाद उन्हें अंग वस्त्र एवं बड़े हनुमान जी की तस्वीर भेंट की गई।
बाघम्बरी पीठाधीश्वर बलवीर गिरि महाराज ने मुख्यमंत्री को महाकुंभ के ऐतिहासिक और भव्य आयोजन की सफलता के लिए बधाई दी। मंदिर के पुजारी सूरज पाण्डेय महाराज ने बताया कि महाकुंभ की सफलता के लिए संत समाज ने श्री योगी आदित्यनाथ को आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने बड़े हनुमान जी का आशीर्वाद लेते हुए संतों और पुजारियों का आभार व्यक्त किया।