कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर मे नोटबंदी के बाद से रुपये की किल्लत से जूझ रहे जनपदवासियों की बेबसी ठंड पर भी भारी पड़ती दिख रही है। अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग रुपये निकालने इस ठंड में भी बैंकों पर पहुंच रहे हैं। सभी काम रोककर बैंकों के बाहर लाइन में खड़े होने के बाद भी रुपये न मिलने से खाताधारकों की नाराजगी अब बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध बढ़ने लगी है। ऐसी ही समस्या से जूझ रहे खाताधारकों ने जनपद में कई जगह बैंकों के बाहर सड़क जाम कर अपनी नाराजगी जाहिर की।
जनपद के पडरौना नगर में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया इलाहाबाद बैंक इंडियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक सहित सभी बैंकों में सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। बैंक खुलते ही ग्राहक अंदर पहुंचेए जहां घंटों लाइन में खड़े रहने पर उन्हें रुपये मिलेए वह भी आवश्यकता से काफी कम। पडरौना नगर में एचडीएफसी बैंक के दोनों एटीएम को छोड़कर अन्य सभी अकसर बंद रहते।
एसबीआई की खड्डा शाखा में दो दिन से भुगतान न होने से नाराज खाताधारकों ने बैंककर्मियों को बैंक के अंदर घुसने नहीं दिया। कल लोगों ने खड्डा-.पडरौना और खड्डा-पनियहवा मार्ग को दो घंटे तक जाम रखा तथा बैंककर्मियों के विरुद्ध नारेबाजी की। दोपहर 12 बजे पुलिस सुरक्षा में मैनेजर ने बैंक के अंदर प्रवेश तो कियाए लेकिन कैश नहीं होने की बात कहकर भुगतान करने से मना कर दिया। बैंक पहुंचे लोगों को बिना रुपये के ही वापस लौटना पड़ा।
एसबीआई की कोटवा शाखा पर रुपये न मिलने से नाराज लोगों ने घुघली-कोटवा मार्ग जाम कर दिया। दो घंटे तक सड़क जाम रहने के बाद एसओ श्यामलाल यादव पहुंचे। उन्होंने खाताधारकों को समझाकर जाम समाप्त कराया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सोहरौना शाखा में कैश नहीं मिलने से नाराज लोगों ने बैंक का ताला ही नहीं खुलने दिया। 11 बजे पहुंचे बैंककर्मियों ने जब यह बताया कि रुपये नहीं हैं तो खाताधारक भड़क उठे। लोगों ने खिरकिया-बांसी मार्ग को जाम कर धरना शुरू कर दिया। उनकी नाराजगी देख बैंककर्मी वहां से खिसक लिए। चार घंटे बाद मौके पर पडरौना कोतवाल पहुंचे।