आजमगढ़, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पांच सौ और हजार रूपये के नोट बंद किये जाने के फैसले पर हाय तौबा मचा रहे राजनीतिक दलों के नेताओं पर तंज कसते हुए आज कहा कि ये नेता खुद को जनता के सामने एक्सपोज कर रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि नोटबंदी से किसानों को हो रही तकलीफ का इंतजाम किया जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी से किसानों को हो रही तकलीफ को गंभीरता से लेते हुए मोदी ने हर किसान को बीज और खाद खरीदने के लिए पच्चीस पच्चीस हजार रूपये के नए नोट देने का ऐलान किया है। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को ऐसी सरकार चाहिए जो पांच साल में राज्य को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना दे। कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ गयी है कि अपराध का ग्राफ सबसे ऊपर है। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा विकास नहीं कर सकते। केवल भाजपा की सरकार ही प्रदेश का विकास कर सकती है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शासन में भू माफियाओं की पौ बारह है। भाजपा की सरकार बनी तो एक भी भू माफिया नजर नहीं आएगा। शाह ने उत्तर प्रदेश के लिए मोदी सरकार के योगदान, केन्द्र की उपलब्धियों, सर्जिकल स्ट्राइक, गरीब, किसान, महिला, युवा, पिछड़ों, गरीब, आदिवासी और गांव के लिए बनी योजनाओं का भी उल्लेख किया।
शाह ने परिवर्तन यात्रा के तहत यहां आयोजित रैली में कहा, अखिलेश भाई आपको किस बात की चिन्ता है? हमारे पास काला धन था ही नहीं, तो जाएगा कहां। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ही फैसले में पांच सौ और हजार रूपये के नोट रद्दी कर दिये। उन्होंने कहा, मायावती, कांग्रेस, सपा, ममता, कम्युनिस्ट, केजरीवाल… सारे हाय तौबा कर रहे हैं। अरे भइया नोट बंद होने से कालाबाजारी रूकी है, आप क्यों रो रहे हो। क्यूं जनता के सामने खुद को एक्सपोज (उजागर) कर रहे हो। शाह ने कहा कि पांच सौ और हजार रूपये के नोट बंद करने से आतंकवादियों, ड्रग माफियाओं, नक्सलियों और भ्रष्ट कालाबाजारियों के पास जो धन था, रद्दी हो गया। उन्होंने कहा कि लोगों को लाइन में लगना पड़ रहा है। इसका कष्ट हमें भी है। बड़े फैसले लेने में कुछ तकलीफ तो होती है मगर इससे बाकी का जीवन अच्छा होगा। महंगाई कम होगी, कालाबाजारी रूकेगी, पाकिस्तान का जाली नोट बेकार हो जाएगा।