लखनऊ, एंड्रायड मोबाइल फोन और इंटरनेट गेम्स के बावजूद पुस्तकों और खिलौनों के प्रति नौनिहालों की दिलचस्पी का फिर से बढ़ना अभिभावकों और मनोचिकित्सकों के लिये राहत भरा अहसास लेकर आ रहा है।
इसका प्रमाण है कि मनोरंजन और शैक्षणिक सीखने पर केंद्रित खरीददारी ग्राहकों को भौतिक किताबों और इंटरएक्टिव खिलौनों में निवेश के लिए प्रेरित कर रही है। ऑनलाइन खरीदारी की सुविधा और सरलता के चलते लखनऊ एक विविध पाठन केंद्र के रूप में उभर रहा है, जिससे आज़मगढ़, जौनपुर, गाज़ीपुर और रायबरेली जैसे बढ़ते शहरों में नए ग्राहकों की संख्या में 20 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है।
अमेज़न इंडिया की किताबों और खिलौनों की श्रेणी के लिए उत्तर प्रदेश सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक बन गया है। राज्य में सीखने पर केंद्रित खरीददारी प्रवृत्तियों के चलते लगातार तीन वर्षों से साल-दर-साल दोहरे अंकों की प्रभावशाली वृद्धि हो रही है। अमेज़न इंडिया में किताबें और खिलौनों के निदेशक राजर्षि गुइन ने कहा, “ हमें खुशी है कि उत्तर प्रदेश के ग्राहक अमेजन.इन पर किताबों और खिलौनों को बड़े उत्साह से अपना रहे हैं। यह धारणा गलत साबित हो रही है कि आज की डिजिटल पीढ़ी ने पढ़ाई और भौतिक खेलों से दूरी बना ली है। उत्तर प्रदेश में हमारी वृद्धि इसकी एक अलग कहानी बयां करती है।”
उन्होने कहा कि ग्राहक सोच-समझकर उन संसाधनों का चयन कर रहे हैं, जो लंबे समय तक मूल्य प्रदान करते हैं, चाहे वह परीक्षा की तैयारी के लिए सामग्री हो, क्षेत्रीय भाषाओं के लोकप्रिय साहित्यिक शीर्षक हों या कौशल-विकास वाले खिलौने। खास बात यह है कि यह प्रवृत्ति अब पूरे उत्तर प्रदेश में फैल रही है, क्योंकि हमारे कई नए ग्राहक उभरते शहरों से भी जुड़ रहे हैं। इस भौगोलिक विस्तार को पूरे राज्य में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सामग्री और विकासात्मक खिलौनों की आसान उपलब्धता के माध्यम से संभव बनाया जा रहा है, जिससे अगली पीढ़ी के पाठकों और शिक्षार्थियों को बढ़ावा मिल रहा है।