लखनऊ, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अन्य पिछड़े वर्ग के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिये निशुल्क कोचिंग की सुविधा मुहैया कराने हेतु प्रशिक्षण अकादमी खोलेगी। इसके तहत सरकार अगले दो साल में डिजिटल प्रशिक्षण अकादमी भी शुरू कर देगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से सोमवार को एक बयान में बताया गया कि प्रदेश सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से आर्थिक और समाजिक रूप से निर्बल वर्ग के युवाआें को शैक्षिक और आर्थिक स्तर आगे बढ़ाने की कोशिशों के तहत यह पहल की है। इसके लिये सरकार ओबीसी युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग के लिए प्रशिक्षण अकादमी की स्थापना करेगी। साथ ही प्रदेश सरकार ओबीसी युवाओं के लिए डिजिटल प्रशिक्षण अकादमी भी खोलने की तैयारी में है। सरकार ने इसे दो वर्ष की कार्ययोजना में शामिल किया है।
सरकार की ओर से बताया गया कि प्रशिक्षण अकादमी में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ युवाओं को प्रशिक्षण देंगे, साथ ही परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम आदि की भी जानकारी मिल सकेगी। इसके अलावा प्रदेश सरकार अगले छह महीने में निजी कोचिंग संस्थानों के माध्यम से ओबीसी युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग संचालित कराने की योजना तैयार करेगी।
गौरतलब है कि पिछड़े वर्ग के बेरोजगार युवाओं को कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाता है। इंटरमीडिएट पास बेरोजगार ओबीसी युवा ‘ओ लेवल’ और ‘सीसीसी प्रशिक्षण’ ले सकते हैं। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित एक समिति, प्रशिक्षण पाने वाले पात्र अभ्यर्थियों का चयन करती है। इसका आनलाइन आवेदन किया जा सकता है।