नई दिल्ली, गणतंत्र दिवस के लिए खास मेहमान के तौर पर भारत आए अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता जारी है। भारत और यूएई के बीच रणनीतिक, सामरिक और व्यापारिक मामलों से जुड़े 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए। प्रधानमंत्री का संबोधन- – प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यूएई को देश के लिए महत्वपूर्ण बताया और मंदिर के लिए जमीन आवंटन जाने पर युवराज का शुक्रिया भी अदा किया। – प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ पुरानी मुलाकातों के क्षण याद करते हुए बताया, यूएई हमारे महत्वपूर्ण साझेदारों व करीबी मित्र में से एक है। अगस्त 2015 और पिछले साल फरवरी में हुए हमारी मुलाकात काफी अच्छी रही है। हमने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की थी। – प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यूएई को करीबी मित्र के साथ भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया। – हमें ऐसा लगता है कि हिंसा व आतंकवाद के खात्मे के लिए हमारी बढ़ती साझेदारी देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। – अबू धाबी में मंदिर के लिए जगह देने पर प्रधानमंत्री ने अबू धाबी के युवराज को धन्यवाद कहा। – उन्होंने आगे कहा कि हमारे नजदीकी साझेदारी न केवल दोनों देशों बल्कि पड़ोसियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। – भारत की वृद्धि में यूएई महत्वपूर्ण सहयोगी है और हम उनकी ओर से भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का स्वागत करते हैं। युवराज ने दी राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि: इससे पहले राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति ने उनका स्वागत किया। प्रिंस ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।