नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इजरायली जासूसी साॅफ्टवेयर पेगासस को लेकर उच्चतम न्यायालय में दाखिल विशेषज्ञ समूह की रिपोर्ट में विपक्ष के आरोपों को असत्य पाये जाने पर गुरुवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और देश से क्षमायाचना करने की मांग की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पेगासस को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित विशेषज्ञाें की एक स्वतंत्र समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसने जिन 29 मोबाइल फोन की जांच की है, उनमें से किसी में भी पेगासस साॅफ्टवेयर का वायरस नहीं पाया गया है। पांच में कुछ अन्य जासूसी वायरस पाये गये हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
श्री प्रसाद ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने इस जानकारी को साझा करने के साथ ही यह भी कहा है कि वह राष्ट्रीय रक्षा से जुड़े बिन्दुओंं को छोड़कर रिपोर्ट के अंश सार्वजनिक रूप से जारी करेंगे। उन्होंने कहा कि देशवासियों को याद होगा कि पेगासस के नाम पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने क्या-क्या नहीं कहा था। संसद का मानसून सत्र तक नहीं चलने दिया गया था। श्री राहुल गांधी ने इसे देशद्रोह और राजद्रोह तक कहा था जबकि कांग्रेस के शासनकाल में उनके तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यालय में बगिंग का खुलासा हुआ था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 की एक रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के शासनकाल में हर माह 9000 फोन कॉल और पांच सौ ई-मेल की निगरानी होती थी।
उन्होंने कहा कि श्री गांधी और कांग्रेस को अब देश से माफी मांगनी चाहिए। आज के घटनाक्रम से साबित हो गया है कि यह सारा ड्रामा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने के अभियान का हिस्सा था। वे अनर्गल बयानों से श्री मोदी को कमजोर करने के लिए दुनिया भर में देश की बदनामी करते रहे और जिन देशों में पेगासस का प्रयोग होता है, उनका नाम तक नहीं लिया। उन्हाेंने कहा, “हम गरीबों, किसानों, देश एवं देश की सुरक्षा की चिंता करते हैं। हम देशभक्ति का सौदा नहीं करते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्रतिबद्धता है।”
श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस, स्वैच्छिक संगठन और गांधी परिवार को समझ लेना चाहिए कि झूठ की खेती बहुत दिनों तक नहीं चलती। वे कुछ भी कर लें, श्री मोदी की लोकप्रियता दुनिया में लगातार बढ़ रही है।