प्रधानमंत्री की इस गलती से पानी में बह गए करोड़ों रुपये…
May 21, 2019
नई दिल्ली, रुपये-रुपये को मोहताज पाकिस्तान को कराची के समुद्र में हो रही तेल और गैस की खोज में जबरदस्त झटका लगा है. महीनों तक गहरे समुद्र में हुई खोज के बाद भी यहां पर पाकिस्तान को कुछ हाथ नहीं लगा. वहीं इस खुदाई में पाकिस्तान ने करीब 100 मिलियन डॉलर खपा दिए.पाकिस्तान के लिए यह झटका इस लिहाज से भी जबरदस्त है क्योंकि देश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो चुकी है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान में तेल गैस का पहला कुआं 1963 में अमेरिका की एक कंपनी ने खोदा था जो सूखा निकला. ताजा विफलता से पहले 2005 में नीदरलैंड की शेल कंपनी के प्रयास में भी कुछ नहीं निकला था. पाकिस्तान ने अधिकारिक रूप से इस क्षेत्र में तेल और गैस की खोज के प्रयास रोक दिए हैं. इससे अपनी ईंधन ज़रूरतों के लिए आयात पर निर्भर रहने वाले पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. समाचार एजेंसी एपीपी के मुताबिक़ तेल के कुएं की खोज कर रहा दल अगले कुछ दिनों में इस कुएं को बंद कर देगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र में तेल उत्खनन कुएं का परिचालन करने वाली कंपनी ने काम बंद करने का फैसला किया है. रिपोर्ट के अनुसार 17 बार की कोशिश के बावजूद सफलता नहीं मिली है.इस परियोजना में करीब 10 करोड़ डालर (भारतीय रुपये के हिसाब से 700 करोड़ रुपये और पाकिस्तान की मुद्रा के हिसाब से करीब 1500 करोड़ रुपये) खर्च किए जा चुके हैं. इससे पहले पाकिस्तान इस क्षेत्र में तेल की खोज के 17 प्रयास कर चुका है लेकिन सभी नाकाम रहे हैं. केकरा-1 तेल कुआं कराची के तट से 280 किलोमीटर दूर दक्षिणपश्चिम में स्थित है. ये इंदस-जी ब्लॉक में आता है