लखनऊ, यूपी विधानसभा में एकजुट हुए समूचे विपक्ष के जोरदार हंगामे और विधानसभा अध्यक्ष को मार्शल बुलाकर उन्हें बाहर कराने पर संसदीय कार्य मंत्री मोहम्मद आजम खां ने कहा कि सदन के बीचोबीच आकर हंगामा कर रहे विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. ये सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के सदन में आने और कार्यवाही शुरू होने से पहले ही सदन के बीचोंबीच आकर उसकी अवमानना कर रहे हैं.
आजम खां ने कहा कि विपक्षी सदस्य चीजों को साम्प्रदायिक रंग देकर प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते हैं. बसपा के सदस्य तो मीडिया में सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए यह सब कर रहे हैं. यही वजह है कि वे हमें बैनर दिखाने के बजाय मीडिया को दिखा रहे हैं. इसी से उनके इरादे जाहिर हो जाते हैं.
बसपा के कुछ विधायकों को मार्शल का बलपूर्वक विरोध करने पर संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने संबंधित सदस्यों के इस रवैये को निंदनीय करार दिया. उन्होंने कहा, ‘ऐसा सदन में पहले कभी नहीं हुआ. कुछ विधायक मार्शल का बलपूर्वक विरोध कर रहे हैं’. आजम खां ने कहा, ‘बसपा और भाजपा सिर्फ खबर बनाने के मकसद से सदन में दुर्व्यवहार की होड़ कर रहे हैं’. सदन से बाहर किए जाने के बाद सम्बन्धित सदस्यों ने बाहर गलियारे में धरना-प्रदर्शन दिया. विधानसभा अध्यक्ष पाण्डेय ने कहा कि उन्हें मजबूरन ऐसा सख्त कदम उठाना पड़ा जो उन्होंने पिछले साढ़े चार साल में नहीं उठाया था.