बागपत, बागपत में बोले लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, किसानों पर लाठियां चलवाने वाली सरकार को मैं लानत भेजता हूँ।
अपनी राजनीतिक जमीन खो चुके राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने आज कहा कि किसानों पर लाठी चलवाकर सरकार ने अपना इकबाल खो दिया है। इससे क्रूर और निर्दयी सरकार आज तक नहीं आई, ऐसी सरकार को मैं लानत भेजता हूं और धिक्कारता हूँ। अब समय आ गया है कि सरकार के साथ किसान अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आरपार की लड़ाई लड़े।
जयंत चौधरी आज पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए किसानों का हाल-चाल जानने के लिए बड़ौत रालोद कार्यालय में पहुँचे थे। पुलिस की ओर से किये गए लाठीचार्ज पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के किसी भी आंदोलन में आज तक लाठी नहीं चली। किसानों पर लाठियां चलाकर सरकार ने अपना इकबाल खो दिया है। सोते हुए किसानों पर लाठियां चलवाने वाली सरकार को मैं लानत भेजता हूँ। उन्होंने कहा कि किसानों का बदन तो लोहा है, लेकिन दिल सोना है। इस आंदोलन को फिर से शुरू करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सोते हुए किसानों पर डाका डाला गया। उन पुलिसकर्मियों को भी थोड़ा लिहाज करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वे किसानों पर हुए अत्याचार की आलोचना करते है। उन्होंने कहा, घायल किसानों का मेडिकल कराकर आवश्यक कार्यवाही किये जाने की जरूरत है। देश हित में यह जरूरी है कि आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाये। यह आंदोलन हमारे जीवन मरण का सवाल है। जिसे सरकार कुचलना चाह रही है। सरकार को इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रालोद पूरी तरह से धरने और किसानों का समर्थन करता है। उनका दिल बागपत, बडौत और किसानों के लिए धड़कता है। उन्होंने कहा कि मतदाता फिर से सोचे कि किस मुद्दे पर उन्होंने वोट दिया था? और आज क्या हो रहा है?
उन्होंने कहा कि अपराधी को सजा मिलती है, लेकिन यहां सरकारी तत्व ही गुंडा तत्व बन गया है। उन्होंने कहा कि किसान का दिल बहुत बड़ा होता है। वह दो मिनट में रो पड़ता है और अगले ही पल सामने वाले को गले लगा लेता है। जयंत चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों को देशद्रोही साबित कर रही है। यह किसानों के साथ अन्याय है और यह साजिश के तहत किया जा रहा है। जिन लोगों ने भाजपा को मतदान किया था वह दोबारा सोचे और विचार करें की क्या ऐसे लोगों को फिर सत्ता में लाना है या नहीं। उन्होंने कहा कि आज हमें हृदय परिवर्तन की आवश्यकता है ।