लखनऊ, बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने आज उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा अयोध्या में सरकारी खर्च से दीपावली मनाये जाने पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि यह सरकार एक धर्म विशेष के मानने वालों की सरकार बनकर काम कर रही है।
कमेटी के संयोजक जफरयाब जीलानी ने बताया कि लखनऊ में हुई कमेटी की बैठक में इस बात पर चिन्ता व्यक्त की गयी कि प्रदेश की योगी सरकार खुद को एक धर्म विशेष के मानने वालों की सरकार समझकर कार्य कर रही है, जबकि भारत के संविधान के अनुसार सरकार का सम्बन्ध किसी धर्म विशेष से नहीं होता।
उन्होंने बताया कि कमेटी ने योगी सरकार के अयोध्या में इस वर्ष सरकारी स्तर पर दीवाली मनाने तथा सरकारी खर्च से भगवान राम की विशाल मूर्ति बनाने के फैसले को भी देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप तथा संविधान के अनुच्छेद 27 की सरासर अवहेलना माना है।
जीलानी ने बताया कि कमेटी ने मुस्लिम कौम से कहा है कि हालांकि उपरोक्त सभी कार्य असंवैधानिक तथा गैरकानूनी हैं लेकिन मुसलमानों की ओर से इन कार्यों को रोकने या उनमें किसी प्रकार से व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास ना किया जाये। उन्होंने बताया कि बैठक में अयोध्या के विवादित ढांचा मामले में उच्चतम न्यायालय में चल रहे मुकदमे को लेकर भविष्य की रणनीति तय करने के लिए उन्हें अधिकृत किया गया है।