सूरत, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज सुबह यहां मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का निरीक्षण किया और विश्वास जताया कि वर्ष 2026 में बिलिमोरा से सूरत के बीच पहली बुलेट-ट्रेन चलायी जाएगी।
श्री वैष्णव के साथ रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश, राष्ट्रीय हाई स्पीड रेल निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सतीश अग्निहोत्री, पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक निकुंज मसानी, वडोदरा के मंडल रेल प्रबंधक भी थे। मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में सबसे पहले सूरत स्टेशन 2024 में बन कर तैयार हो जाएगा।
श्री वैष्णव ने स्टेशन का निर्माण कार्य देखने के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि परियोजना के निर्माण में बहुत अच्छी प्रगति हो रही है। 61 किलोमीटर की लंबाई में वायाडक्ट के स्तंभों का निर्माण हो चुका है जबकि 156 किलोमीटर की दूरी में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश में लोगों को अत्याधुनिक विश्व स्तरीय रेल सुविधा एवं सेवा उपलब्ध हों। नयी वंदे भारत एक्सप्रेस, कवच संरक्षा प्रणाली, बुलेट ट्रेन उनमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बुलेट-ट्रेन 130 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि सूरत का हाईस्पीड रेल स्टेशन 2024 में तथा इस परियोजना के पहले भाग के रूप में बिलिमोरा से सूरत स्टेशनों के बीच 48 किलोमीटर के खंड में वर्ष 2026 में यह ट्रेन चल जाएगी।
जापान के सहयोग से बनने वाली इस परियोजना का काम कोविड महामारी के दौरान प्रभावित हुआ था। परियोजना से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अक्टूबर-नवंबर 2021 से परियोजना के विभिन्न हिस्सों में निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है।
सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में अड़चनों को देखते हुए तय किया गया है कि दादरा नगर हवेली के वापी से साबरमती तक के गुजरात वाले 352 किलोमीटर के हिस्से को युद्ध स्तर पर बनाया जाए और जब महाराष्ट्र में पर्याप्त जमीन मिल जाये तो तुरंत उसके लिए टेंडर जारी कर दिया जाये।