पटना, बिहार में पांचवें चरण के लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर (सु) संसदीय क्षेत्र में सोमवार को पहले दो घंटे यानी सुबह नौ बजे तक लगभग 8.86 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन पांच लोकसभा सीटों के लिए सुबह नौ बजे तक लगभग 8.86 प्रतिशत मतदान हुआ। सीतामढ़ी संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 9.49 प्रतिशत जबकि हाजीपुर में सबसे कम 7.43 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं, मधुबनी में 9.11 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 9.33 प्रतिशत और सारण में 9.00 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच. आर. श्रीनिवासन ने बताया कि इन पांच संसदीय सीटों पर मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है। इन क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा बल के जवान चप्पे-चप्पे पर निगरानी रख रहे हैं। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
मौसम विभाग ने मतदान वाले इन संसदीय क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही है। विशेषकर महिला मतदाताओं में वोटिंग को लेकर खासा उत्साह है। वे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंच रही हैं।
सीतामढ़ी से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रत्याशी और बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर अपनी पत्नी रीता ठाकुर के साथ डुमरा के बूथ संख्या 183 पर मतदान किया। हाजीपुर में महुआ के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक मुकेश रौशन ने किया मतदान। मधुबनी के बूथ संख्या-54 पर जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने अपने मतों का प्रयोग किया।
मुजफ्फरपुर से यहां प्राप्त सूचना के अनुसार, औराई प्रखंड के घनश्यामपुर गांव के मतदान केंद्र संख्या 13 पर 9 बजे तक लोग वोट करने नहीं पहुंचे हैं। मतदाता मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। गांव के चौराहे पर लोगों ने लिखा है, ‘पुल नहीं तो वोट नहीं।’
इस चरण के मतदान में 49 लाख 99 हजार 627 पुरुष, 45 लाख 11 हजार 259 महिला और 300 थर्ड जेंडर समेत कुल 95 लाख 11 हजार 186 मतदाता 9436 बूथों पर वोटिंग कर छह महिला और 74 पुरुष समेत कुल 80 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
इस चरण के चुनाव में दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) वोटरों की संख्या 82 हजार 975, पचासी वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 86 हजार 702, एक सौ वर्ष से अधिक उम्र के वोटरों की संख्या 3020, सेवा मतदाताओं की संख्या 18 हजार 378 और ओवरसीज वोटर की संख्या 10 हैं। इस चरण में एक लाख 26 हजार 154 मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे वहीं 20 से 29 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 19 लाख 87 हजार 622 है।