गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि 30 जुलाई को प्रदेश स्तर पर आयोजित होने वाली बीएड की प्रवेश परीक्षा के दिन किसी भी अन्य परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए।
डा शर्मा ने गुरूवार को कहा कि हर हाल में इसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। गोरखपुर दौरे के दौरान मण्डलायुक्त,जिलाधिकारी,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,कुलसचिव,क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी,संयुक्त सचिव माध्यमिक शिक्षा एवं जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों की आगामी परीक्षा के दौरान सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि परीक्षा सफलतापूर्वक सम्पन्न हो सके।
परीक्षाओं को इस प्रकार सम्पन्न कराया जाय कि सुरक्षा व्यवस्था से सम्बन्धित कोई भी शिकायत नहीं आने पाये। नकल विहीन परीक्षा के आयोजन को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की जानी चाहिए। इसके साथ ही परीक्षा केन्द्रों पर कोविड 19 के गाइड लाइन का हर हालत में अनुपालन कराया जाए। महाविद्यालयों के प्रबन्धकों के साथ भी बैठक करके कोविड–19 के गाइडलाइन का अनुपालन कराते हुए परीक्षा आयोजित करने की कार्ययोजना भी तैयार की जाए।
कोविड.19 के दृष्टिगत उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि परीक्षा केन्द्रों के आसपास मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था अवश्य की जाए। परीक्षाओं की मानीटरिंग के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए। उन्होंने मण्डलायुक्त से कहा कि गोरखपुर मण्डल के अन्य जिलों के सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय की परीक्षा के लिए चाक चौबन्द व्यवस्था की जाए।
इसके लिए जिला प्रशासन से भी तालमेल स्थापित कर लिया जाए। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों की एक बार पुन: जांच कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की परीक्षा की अवधि अधिकतम डेढ घण्टे ही रखी जाय। उप मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि आगामी बीएड परीक्षा के लिये जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर सफलतापूर्वक परीक्षा सम्पन्न कराई जानी चाहिए। बीएड परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की पर्याप्त तैनाती की जाये।
हर परीक्षा केन्द्र पर कोविड.19 मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि ऑनलाइन क्लास के दौरान कम से कम आधे घण्टे की अवधि में बच्चों को कोविड.19 के प्रति जागरूक किया जाए। उन्हें यह भी बताया जाए कि कोविड से बचाव के लिए कौन सी सावधानियां बरतनी हैं। उन्होंने शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मियों की कोविड से मृत्यु की स्थिति में मृतक आश्रित को नौकरी एवं बकाया देयों का तत्काल भुगतान करने का भी निर्देश दिया।