लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी की कैराना से पलायन करने वालों की सूची को गलत बताते हुए राजनीतिक दलों को पलायन पर बहस करने की खुली चुनौती दी। यादव लखीमपुर से सीतापुर के बीच फोरलेन का शिलान्यास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग उत्तर प्रदेश का माहौल खराब कर रहे हैं। कैराना से पलायन करने वालों की सूची सरासर गलत है। पलायन पर बहस होना चाहिए। उन्होंने राजनीतिक दलों को इस पर बहस करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कहां-कहां से पलायन कर लोग आ रहे हैं। यह भी देखा जाना चाहिए। दिल्ली आने वाले लोग अपने मूल स्थान को क्यों छोड रहे हैं इस पर बहस होनी चाहिए। कैराना को लेकर सूबे के माहौल को खराब करने की कोशिश की गई। यादव ने चुटकी ली कि लोकसभा चुनाव के पहले अच्छे दिन आने के सपने दिखाए जा रहे थे। अब जनता बताए कि अच्छे दिन आ गए क्या। अच्छे दिन की बात करने वालों ने वायदा पूरा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीति आयोग ने उत्तर प्रदेश के हिस्से का नौ हजार करोड रुपए कम कर दिया। बीजेपी को सबसे ज्यादा सांसद देने वाले उत्तर प्रदेश को कुछ नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग उत्तर प्रदेश को बदनाम करने में जुटे हैं। सपा राज्य को खुशहाली और विकास के रास्ते पर ले जा रही है। विपक्ष इसे पचा नहीं पा रहा है लेकिन जनता सब देख रही है। वह 2017 में एक बार फिर सपा को सरकार चलाने का मौका देगी। इस मौके पर सीतापुर-लखीमपुर सडक को फोरलेन बनाने के लिए शिलान्यास कर करीब एक हजार करोड रुपये की विकास योजनाओं की घोषणा की। सडक पर करीब 350 करोड रुपए खर्च होंगे। उनका कहना था कि शहरों के विकास से अर्थव्यवस्था सुधरेगी। उनकी सरकार ने बिजली, स्वास्थ्य और सडक के क्षेत्र में बहुत काम किया है।