नई दिल्ली, उपराष्ट्रपति मो. हामिद अंसारी ने आयुर्वेदिक दवाओं को स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए एक महत्वपूर्ण घटक बताया है। यहां राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ की रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आयुर्वेद वैदिक काल से ही भारत की एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है। अंसारी ने कह कि आयुर्वेद दुनिया में सबसे पुरानी और सबसे विस्तृत पारंपरिक दवाओं में है।
यह न सिर्फ बीमारी का इलाज करती है बल्कि रोगों की रोकथाम और संतुलित जीवन शैली के लिए उपयुक्त है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि अगर पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों का अध्ययन कर उनको विकसित किया जाए और आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया जाए तो आयुर्वेद समेत पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली समग्र स्वास्थ्य की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण और सस्ती हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद सहित वैकल्पिक चिकित्सा की स्वीकार्यता और लोकप्रियता न सिर्फ भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद और योग सहित पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को दुनियाभर में अपनाया जा रहा है। इस अवसर पर आयुष मंत्री श्रीपाद येस्सो नाइक, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के अध्यक्ष देवेन्द्र त्रिगुणा समेत कई महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थित रही।