नई दिल्ली, नोटबंदी के बाद नए साल में बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की ओर से ब्याज दरों में कटौती का दौर जारी है। बुधवार को निजी क्षेत्र में दूसरे नंबर के एचएडीएफसी बैंक ने अपनी कर्ज दरों को 0.90 फीसद तक घटाने का एलान किया। इस दिन सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक और निजी क्षेत्र की दीवान हाउसिंग फाइनेंस भी ब्याज कटौती की घोषणा कर दी। नई दरें सात जनवरी से लागू होंगी। अब तक एक दर्जन से यादा बैंक और फाइनेंस कंपनियां कर्ज दरों में कमी कर चुकी हैं। एचडीएफसी बैंक की एसेट लायबिलिटी कमेटी ने मार्जिनल कॉस्ट आधारित उधारी दर में कटौती का फैसला किया। इस बारे में बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कैजाद भरूचा ने कहा कि ताजा कदम नोटबंदी के बाद बैंकिंग सिस्टम में आई भारी नकदी का नतीजा है।
बैंक की एक साल अवधि वाली एमसीएलआर 0.75 फीसद घटकर 8.15 फीसद हो गई है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की यह दर आठ और आइसीआइसीआइ की 8.20 फीसद है। इसी एमसीएलआर के आधार पर ही होम, कार लोन और अन्य कर्जो की ब्याज दर तय होती है। इसी तरह केनरा बैंक ने एमसीएलआर में 0.75 फीसद की कटौती की है। बैंक से एक साल का लोन अब 9.15 फीसद के बजाय 8.45 फीसद ब्याज पर उपलब्ध होगा।
मॉर्गेज फर्म डीएचएफएल ने भी होम लोन की दरों में आधा फीसद तक की कमी का एलान किया है। इससे अब कंपनी के ग्राहकों को 8.60 फीसद से 9.10 प्रतिशत की दर पर घर बनाने या खरीदने के लिए कर्ज उपलब्ध होगा। बीते दिन ही कॉरपोरेशन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक और हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र की दिग्गज एचडीएफसी के अलावा इंडिया बुल्स ने भी कर्ज दरें घटाने का एलान किया था। आईसीआईसीआई, एसबीआई कोटक म¨हद्रा बैंक तथा आईडीबीआई समेत कई और बैंक इससे पहले ही अपनी लोन दरों में कटौती कर चुके हैं।