लंदन/नई दिल्ली, लंदन में ब्रिटिश संसद को निशाना बनाया गया। संसद और उसके आसपास तीन आतंकी वारदात में पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें एक हमलावर भी शामिल है। 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ब्रिटिश संसद पर हुए इस हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई देशों के अध्यक्षों ने कड़े शब्दों में निंदा की है। इस मुश्किल घड़ी में सभी ब्रिटेन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा ने इस हमले को बीमार और भ्रष्ट लोगों की मानसिकता करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, मैं उन पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों की असाधारण बहादुरी की सराहना करती हूं, जो खतरे के सामने डटे रहे।
हमें अपनी पुलिस पर गर्व है। साथ ही बता दें कि हम ऐसे हमलों से डरने वाले नहीं है। लंदन को कुछ नहीं होगा। ये महान शहर बाकी दिनों की तरह फिर जागेगा। इसके साथ ही उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा कि आज के आतंकवादी हमले के बावजूद लंदन दुनिया में सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है। उन्होंने कहा, हम उन लोगों के सामने एकजुट हैं जो हमें नुकसान पहुंचाने और हमारे जीवन के तरीके को नष्ट करने की कोशिश करना चाहते हैं।
हम आतंकवाद के सामने घुटने टेकने वाले नहीं हैं। इस आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से बात की और दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिए अपनी सरकार के पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। व्हाइटहाउस ने दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा, हमले की प्रतिक्रिया देने और दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्ण सहयोग की प्रतिबद्धता जताई और सरकार के पूरे समर्थन का भरोसा दिया।
बातचीत में ट्रंप ने ब्रिटिश सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई की भी सराहना की। उधर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस हमले के बारे सुनकर वह चौंक गए थे। साथ ही इस कायरतापूर्ण हमले में मारे गए लोगों के लिए उन्हें दुख है। उन्होंने कहा, कनाडा और ब्रिटेन सबसे करीबी दोस्त और सहयोगी हैं। हमारी दोस्ती साझा मूल्यों और इतिहास पर आधारित है। आज ब्रिटेन की संसद पर जो हमला हुआ है वो पूरे लोकतंत्र पर हमला है।
कनाडाई संसद ने ऐसे ही हमले का सामना किया, जिसने कनाडा के निवासियों को बांटने की कोशिश की थी। लेकिन कनाडा के लोग आज भी एकजुट होकर खड़े हैं। मुझे पूरा यकीन है कि ब्रिटेन के लोग भी इस मुश्किल घड़ी में एकजुट रहेंगे। भारत ने भी ब्रिटेन की संसद पर हुए आतंकी हमले की निंदा की। भारत ने कहा है कि लोकतांत्रिक और सभ्य समाज में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है। हमले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट किया कि भारत वेस्टमिंस्टर आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है और लोगों की मौत पर शोक प्रकट करता है।
लोकतांत्रिक और सभ्य समाज में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, मैं हमले की खबर सुनकर आहत हूं। मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है। इस मुश्किल समय में भारत, ब्रिटेन के साथ खड़ा है। भारत आतंक के खिलाफ लड़ाई में ब्रिटेन के साथ है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि इस हमले में किसी भारतीय के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। लेकिन वह लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के लगातार संपर्क में हैं।