मोकोकचुंग, नागालैंड, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि मणिपुर में हिंसा जारी है और आज भी एक युवक को इस हिंसा का शिकार होना पड़ा है लेकिन यह शर्म की बात है कि कई महीनो से जारी हिंसा के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक मणिपुर का रुख नहीं किया है।
राहुल गांधी ने भारत छोड़ो न्याय यात्रा के दौरान यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर की आबादी भले ही देश के अन्य राज्यों की तुलना में कम हो, लेकिन देश के किसी भी क्षेत्र की महत्ता को उसकी आबादी से नहीं आंका जा सकता है। देश का हर क्षेत्र और हर नागरिक महत्वपूर्ण है और सरकार को कम आबादी वाले क्षेत्र तथा वहां के नागरिकों को उतना ही महत्व देना चाहिए, जितना अन्य क्षेत्रों तथा वहां के लोगों को दिया जाता है।
मणिपुर में जारी हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति ने मणिपुर को पूरी तरह से विभाजित कर दिया है और मणिपुर पूरी तरह हथियारबंद सा राज्य हो गया है। भाजपा और आरएसएस की राजनीति ने मणिपुर को जला दिया है। हालात यह हो गए हैं कि वे अब राज्य में आ भी नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस ने मणिपुर को बर्बाद कर दिया है। उनका कहना था कि नागालैंड को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में समझौता किया था लेकिन उसको अब तक लागू नहीं किया गया है। मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के राज्यों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा, “यदि आपके पास समाधान नहीं है तो आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए और साफ-साफ बोल देना चाहिए कि आपके पास समाधान नहीं है। दुख की बात यह है कि प्रधानमंत्री ने नौ साल पहले नागालैंड को लेकर जो समझौता किया था, वह झूठा वादा साबित हुआ है।”