नयी दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चाहे जितना विरोध कर ले, लेकिन दिल्ली में ‘आप’ की सरकार बनने के बाद अरविंद केजरीवाल पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना को लागू करके रहेंगे।
आप के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि जब से पुजारियों और ग्रंथियों के लिए 18,000 रुपए प्रति माह की सम्मान राशि देने की घोषणा की है, तब से पूरी भाजपा अरविंद केजरीवाल को गाली देने में जुट गई है। टीवी चैनलों पर भाजपा के प्रवक्ता चीख-चीखकर कह रहे हैं कि मौलाना को तनख्वाह क्यों नहीं दे रहे? भाजपा के लोग कह रहे हैं कि पुजारी-ग्रंथी की योजना कहां से लेकर आए? पैसा कहां से आएगा? भाजपा ने हरियाणा चुनाव के समय अपने घोषणापत्र में कहा था कि मस्जिद के इमामों की तनख्वाह बढ़ाएंगे। हरियाणा में इमाम और मौलाना की सैलरी करीब 50 फीसद बढ़ाई गई। वहां इमामों को हर महीने लगभग 16 हजार रुपए मिलते हैं। वहीं दिल्ली में अरविंद केजरीवाल पुजारियों और ग्रंथियों को 18,000 रुपए देना चाहते हैं तो भाजपा इसके खिलाफ खड़ी हो गई है।
श्री सिंह ने आगे कहा कि भाजपा इतनी नफरत से क्यों भरी हुई है? इन्हें पुजारियों और ग्रंथियों से इतनी नफरत क्यों है? भाजपा ने हरियाणा में इमामों को 16 हजार रुपए दिए, वहीं अगर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल पुजारियों और ग्रंथियों को 18,000 रुपए दे रहे हैं तो इन्हें क्या तकलीफ है? पूरा देश भाजपा के चरित्र को देख रहा है। पूरा देश नफरत की राजनीति में डूबी भाजपा और उसके नेताओं को देख रहा है।
आप नेता ने साफ करते हुए कहा कि भाजपा के लोग चाहें जितना विरोध कर लें, दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपए प्रतिमाह देने की गारंटी को अरविंद केजरीवाल सौ फीसद लागू करेंगे। भाजपा की 22 राज्यों में सरकार है, लेकिन ये किसी एक राज्य में पुजारी को तनख्वाह नहीं देते। अगर केजरीवाल का मुकाबला करना है तो भाजपा अपने 22 राज्यों में पुजारियों के लिए 18,000 रुपए की सम्मान राशि घोषित करे।